रांचीः आजाद हिन्द किसान दिवस के अवसर पर झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा झारखंड राजभवन के समक्ष किसान विरोधी कानून एवं मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान मजदूर पड़ाव किया गया.
पड़ाव में भारी संख्या में किसान मजदूर उपस्थित थे. किसान विरोधी कानून वापस लो, मजदूर विरोधी नीति रद्द करो आदि नारे लग रहे थे. सर्वप्रथम किसान आंदोलन में 147 शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई.
इस अवसर पर आयोजित पड़ाव को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा किसान विरोधी कानून के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन एतिहासिक आन्दोलन जारी रहेगा, नेताजी सुभाष जयंती पर किसान आंदोलन के लिए खून व जान देने की शपथ ली गई.
किसान पड़ाव 25 जनवरी तक जारी रहेगा. 26 जनवरी को राष्ट्र ध्वज के साथ किसान परेड की घोषणा की जाएगी , वक्ताओं ने कहा कि कृषि कानून की वापसी तक आन्दोलन जारी रहेगा.
यह भी पढ़ेंः मंडल रेल प्रबंधक ने मनोहरपुर व किरीबुरु स्टेशन का किया दौरा, स्वच्छता पर दिया विशेष जोर
मिथलेश सिंह, श्यामसुंदर महतो,सुरेश मुंडा, प्रफुल्ल लिंडा,बिणा लिंडा शामिल थे. झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक सुफल महतो ने किसान आन्दोलन में शहीद हुए 147 किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए शोक प्रस्ताव पेश किया.
सीटू महासचिव प्रकाश विप्लव,सीटू अध्यक्ष मिथलेश सिंह, नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष सह प्रमुख सुरेश मुंडा, आदिवासी अधिकार मंच के महासचिव प्रफुल्ल लिंडा, आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच के दयामनी बारला, सिक्ख फेडरेशन के ज्योति मथारू,सीटू के आर,पी सिंह,आर के गोराए, महेश मुंडा आदि ने संबोधित किया. इस पड़ाव से एक प्रस्ताव पारित कर अडानी एवं अंबानी के उत्पादों का बहिष्कार करने का आव्हान किया गया.