रांची: शहर में जीरो पावर कट का वादा सिर्फ वादा ही बन कर रह गया. वर्तमान सरकार ने भी झारखंड वासियों से वादा किया था कि वे राज्य के कोने-कोने तक बिजली पहुंचाएंगे और राजधानी वासियों को निर्बाध 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने का वादा किया था, जो आजतक पूरा नहीं हो सका, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव में शहर की जनता बिजली की समस्या को चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है.
राज्य सरकार की 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा को रांची वासियों ने खोखला साबित कर दिया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार पिछले विधानसभा चुनाव में भी बिजली आपूर्ति को लेकर आश्वस्त करते हुए वोट मांगने का काम किया था, जिसमें सरकार अभी तक असफल दिख रही है. वहीं रांची के गांवों में रहने वाले लोगों का भी मानना है कि सरकार लाख दावा कर ले कि बिजली व्यवस्था सुधर गई है, लेकिन हकीकत में बिजली की समस्या आज भी बरकरार है. रांची शहर से चंद दूरी पर स्थित कई ग्रामीण इलाकों में बिजली की समस्या अधिक है. इस बार के विधानसभा चुनाव में बिजली की समस्या को दूर करने का, जो भी प्रत्याशी आश्वस्त करेगा, हम उसे ही वोट करेंगे.
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वहीं, बुटी मोड़ निवासी पल्लवी कुमारी बताती है कि बिजली की समस्या आज भी बरकरार है सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि शहरी इलाकों में भी बिजली की आंख मिचौली देखी जा रही है. इसीलिए इस बार के विधानसभा चुनाव में हमलोग बिजली की समस्या को मुख्य मुद्दा बनाने वाले प्रत्याशियों को ही वोट करेंगे. गौरतलब है कि झारखंड सरकार ने पिछले 5 सालों में राज्य के सभी क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने को लेकर लोगों को आश्वस्त किया था, लेकिन आज भी राज्य में बिजली की समस्या बनी हुई है. इसीलिए इस बार के विधानसभा चुनाव में रांची की जनता बिजली समस्या को मुख्य मुद्दा मानते हुए अपने मत का प्रयोग करने की बात कह रही है.