रांची: 9 अगस्त को आयोजित होने वाले विश्व आदिवासी दिवस को लेकर राज्य सरकार की तरफ से तैयारी जोरों से चल रही है. रांची के जेल चौक स्थित भगवान बिरसा मुंडा उद्यान संग्रहालय में तैयारी को लेकर अधिकारी लगातार जायजा ले रहे हैं. इसी के मद्देनजर गुरुवार को कार्यक्रम की तैयारी का जायजा कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने लिया.
तैयारी से प्रधान सचिव दिखे संतुष्ट: प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने झारखंड आदिवासी महोत्सव की तैयारी को लेकर पूरे कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया. मुख्य कार्यक्रम स्थल, प्रदर्शनी, फूड कोर्ट, सेमिनार, पार्किंग, वीआईपी लॉन्ज की तैयारी को देखने के बाद प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने संतुष्टि जाहिर की.
पदाधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश: वहीं दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यक्रम में लाइट एंड साउंड शो और फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित स्थल और प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था को लेकर कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने मौके पर मौजूद रांची के उपायुक्त और संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को किया जाएगा आमंत्रित: वहीं कार्यक्रम को लेकर प्रचार प्रसार की तैयारियों पर प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य के आदिवासियों को कार्यक्रम में लाने के लिए भी विशेष इंतजाम किया जाए. निर्देश के बाद पदाधिकारियों के द्वारा प्रचार प्रसार गाड़ी को रवाना किया जाएगा. जो शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कार्यक्रम की जानकारी देने के साथ-साथ महोत्सव में आने का आग्रह करेगी.
निरीक्षण के दौरान ये लोग रहे मौजूद: विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के द्वारा किए जा रहे निरीक्षण के दौरान रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, आदिवासी कल्याण विभाग के अपर सचिव अजय नाथ झा, टीआरआई के निदेशक रनेद्र कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी संगीता शरण, खूंटी के डीपीआरओ सैयद रशीद, रांची के डीपीआरओ प्रभात शंकर के अलावा इवेंट मैनेजमेंट टीम के सदस्य मौजूद रहे.
विश्व आदिवासी महोत्सव 2023 में झारखंड के 32 जनजातीय समूह के 32 स्टाल लगाए जाएंगे. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से ये स्टॉल लगाए जाएंगे. इन स्टॉलों में सभी 32 जनजातीय समूहों की कला संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. इसके अलावा राष्ट्रीय और शहरी आजीविका मिशन के तहत जनजातीय स्वयं सहायता समूह के पांच स्टॉल लगाए जाएंगे. जबकि 6 स्टॉल कल्याण विभाग और एक-एक स्टॉल खादी और झारक्राफ्ट के होंगे.
मालूम हो कि प्रतिवर्ष 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है. जिसमें आदिवासियों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं और सुविधाओं के बारे में आदिवासी बहुल राज्यों के लोगों को जानकारी दी जाती है.