रांची: युवाओं में नशे की लत और मानसिक तनाव से दूर करने के लिए इस्कॉन संस्था की ओर से रांची में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें युवाओं को अध्यात्म की जानकारी के साथ आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरे जीवन में अपने को तनावमुक्त कैसे रखें इस बात की जानकारी दी गई. इस दौरान गुरु देवकीनंदन प्रसाद ने युवाओं को वैदिक माध्यम से नशे की लत से दूर रहने की जानकारी दी. ईटीवी भारत से खास बातचीत में देवकीनंदन प्रसाद ने कहा कि आज के इस दौर में लोग भगवान का स्मरण करना कम करते जा रहे हैं, जबकि लोगों का भगवान के प्रति अटूट विश्वास है. इसके बावजूद भी लोग भगवान के लिए समय नहीं निकल पा रहे हैं.
युवाओं को शास्त्रों का ज्ञान रखना चाहिएः मुंबई से पहुंचे देवकीनंदन प्रसाद बताते हैं कि युवाओं को शास्त्रों का ज्ञान रखना चाहिए. सत्संग में उन्हें जाना चाहिए. इससे उनका मन शांत होगा और वो अपने काम में मजबूती से आगे बढ़ पाएंगे. क्योंकि शास्त्रों की वाणी तीनों काल के लिए होती हैं. युवाओं को यदि धर्म के प्रति आकर्षित किया जाएगा तो वो अपने आप अच्छे राह पर चले जाएंगे.
युवाओं में बढ़ रही नशे की लतः वहीं देवकीनंदन प्रसाद ने कहा कि झारखंड जैसे प्रदेश में युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, यह काफी चिंता की बात है. इसके अलावा बेरोजगारी के कारण युवा मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं. जरूरी है कि सरकारी स्तर पर भी युवाओं को विकल्प देना चाहिए, ताकि युवा गलत रास्ते पर नहीं जा सकें.
युवाओं को कार्यक्रम के माध्यम से बनाया जा रहा संस्कारवानः देवकीनंदन ने कहा कि आज के इस दौर में युवाओं के पास भक्ति या फिर संस्कृति को जानने का वक्त नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी संस्था देश के विभिन्न राज्यों में कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को संस्कारों की जानकारी दी जा रही है.देवकीनंदन ने कहा कि आने वाले समय में संस्था की ओर से झारखंड में और भी कार्यक्रम आयोजित की जाएगी, ताकि युवाओं को सही रास्ते पर लाया जा सके.