रांची: देश में बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म और चाइल्ड लेबर की बढ़ती घटना को देखते हुए भारत सरकार की तरफ से लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. भारत सरकार द्वारा बच्चों पर होने वाले जुल्म को कम करने के लिए चलाए गए कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक भी की जा रही है. इसी कड़ी में रविवार को रांची में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का नाम 'वत्सल भारत' रखा गया है. जिसमें शामिल होने राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शनिवार को रांची पहुंचे.
इस कार्यक्रम में बंगाल, ओडिशा और बिहार के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी. वत्सल भारत कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय महिला और बाल विकास राज्य मंत्री डॉ मूंजपरा महेंद्र भाई भी रांची में मौजूद रहेंगे.
दिल्ली में चल रहे अवैध प्लेसमेंट सेल पर नाराजगी: रांची पहुंचने के बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने रांची प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने बढ़ते पलायन पर चिंता जताते हुए कहा कि झारखंड में बच्चों के पलायन होने के मामले आए दिन देखने को मिलते हैं. सबसे ज्यादा झारखंड के बच्चे दिल्ली में पलायन करते हैं. जहां पर कई अन ऑथराइज्ड संस्था या प्लेसमेंट सेल बच्चों से काम करवाती है. उन बच्चों का डाटा उनके पास से नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली राज्य में चल रहे अवैध प्लेसमेंट सेंटर पर दिल्ली सरकार को नकेल कसना चाहिए ताकि झारखंड से गए नाबालिग बच्चों को ट्रेस कर मुसीबतों से बचाया जा सके.
'राज्य बाल संरक्षण आयोग से समन्वय बनाकर किया जाएगा काम': राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि आने वाले दिनों में झारखंड के राज्य बाल संरक्षण आयोग से बेहतर समन्वय बनाकर बच्चों के संरक्षण पर बेहतर कार्य किए जाएंगे. ताकि आने वाले दिनों में राज्य के बच्चों का भविष्य सरकार के सहयोग से बेहतर हो सके. उन्होंने कहा कि शनिवार को राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण भी करेंगे और कई ऐसे निजी चाइल्ड शेल्टर होम हैं, जो अवैध तरीके से चल रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
मालूम हो कि देशभर में बाल संरक्षण, बाल सुरक्षा और बाल कल्याण पर कुल सात क्षेत्रीय संगठनों का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें उत्तर भारतीय राज्यों, मध्य भारतीय राज्यों और पश्चिमी भारत राज्यों की संगोष्ठी दिल्ली, भोपाल और मुंबई में संपन्न हो चुकी है. अब बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड में चलने वाली योजनाओं और किए गए कार्यों की समीक्षा की जाएगी. जिसका आयोजन रांची में किया जा रहा है.