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महागठबंधन के फॉर्मूलें ने बढ़ाई कांग्रेस नेताओं की मुश्किलें, रांची और हटिया सीटों पर फंस सकता है पेंच

झारखंड में चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है. महागठबंधन का अपने फॉमूले के अनुसार आकार लेना लगभग तय है. ऐसे में रांची और हटिया विधानसभा सीटों में गठबंधन के पेंच फंस सकता है, वजह कांग्रेस के लिए ये सीटें परंपरागत रही हैं. जिसपर जेएमएम दावा कर सकती है.

झारखंड कांग्रेस कमिटी के नेता
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Published : Jul 13, 2019, 12:58 PM IST

रांचीः आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की कवायद शुरू हो गई है. वहीं, रांची और हटिया विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेताओं के होश उड़ गए हैं. वजह यह है कि जिस फॉर्मूले पर महागठबंधन की सहमति बनी है वो अगर अंतिम रूप लेता है तो हटिया जेवीएम और रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी.

देखें पूरी खबर

झारखंड के 81 विधानसभा सीटों पर जल्द चुनाव होना है. राजधानी की हटिया और रांची विधानसभा सीट हमेशा हॉट सीट रही है. ऐसे में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जिस फार्मूले की ओर संकेत दिए गए हैं. उससे कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए हटिया और रांची विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर संकट के बादल छाए हुए हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. पिछले चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर हटिया से चुनाव लड़ चुके आलोक दुबे जो इस बार भी चुनाव में दावेदार हैं. उनका कहना है कि फॉर्मूला वही हो जिससे बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन का सही उम्मीदवार चुनाव लड़े और जीत हासिल कर सके.

ये भी पढ़ें- कथित नरबलि मामला: टॉफी के बहाने बच्ची को बुलाया था घर, फिर कर दी हत्या, आरोपी का रहा है आपराधिक इतिहास

महागठबंधन के जिस फार्मूले की बात हो रही है. उसके लिहाज से पिछले चुनाव में जिस दल ने जहां चुनाव जीता है या दूसरे नंबर पर रही है उसे वह सीट दे दी जाएगी. ऐसे में रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी. इसकी वजह यह है कि पिछले चुनाव में जेएमएम दूसरे स्थान पर रहा था. इस फार्मूले के सामने आने पर रांची से दावेदारी करने वाले कांग्रेसी नेताओं ने सीट बंटवारे के फार्मूले को गलत बताया. रांची सीट के लिए कांग्रेस के दावेदार राजेश गुप्ता छोटू का कहना है कि यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. उन्होंने कहा कि निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव में रांची विधानसभा सीट पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है.

रांचीः आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की कवायद शुरू हो गई है. वहीं, रांची और हटिया विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेताओं के होश उड़ गए हैं. वजह यह है कि जिस फॉर्मूले पर महागठबंधन की सहमति बनी है वो अगर अंतिम रूप लेता है तो हटिया जेवीएम और रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी.

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झारखंड के 81 विधानसभा सीटों पर जल्द चुनाव होना है. राजधानी की हटिया और रांची विधानसभा सीट हमेशा हॉट सीट रही है. ऐसे में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जिस फार्मूले की ओर संकेत दिए गए हैं. उससे कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए हटिया और रांची विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर संकट के बादल छाए हुए हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. पिछले चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर हटिया से चुनाव लड़ चुके आलोक दुबे जो इस बार भी चुनाव में दावेदार हैं. उनका कहना है कि फॉर्मूला वही हो जिससे बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन का सही उम्मीदवार चुनाव लड़े और जीत हासिल कर सके.

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महागठबंधन के जिस फार्मूले की बात हो रही है. उसके लिहाज से पिछले चुनाव में जिस दल ने जहां चुनाव जीता है या दूसरे नंबर पर रही है उसे वह सीट दे दी जाएगी. ऐसे में रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी. इसकी वजह यह है कि पिछले चुनाव में जेएमएम दूसरे स्थान पर रहा था. इस फार्मूले के सामने आने पर रांची से दावेदारी करने वाले कांग्रेसी नेताओं ने सीट बंटवारे के फार्मूले को गलत बताया. रांची सीट के लिए कांग्रेस के दावेदार राजेश गुप्ता छोटू का कहना है कि यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. उन्होंने कहा कि निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव में रांची विधानसभा सीट पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है.

Intro:रांची.विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की कवायद शुरू हो गई है.लेकिन कांग्रेस के उन नेताओं के होश भी उड़ गए हैं.जो हटिया और रांची विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारियों में है और लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं. वजह यह है कि जिस फार्मूले पर महागठबंधन की सहमति बनी है.वह अगर अंतिम रूप लेता है.तो हटिया जेवीएम और रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी.जिससे इन दोनों सीटों पर दावेदारी जता रहे कांग्रेस नेताओं की परेशानी बढ़ जाएगी.


Body:झारखंड के 81 विधानसभा सीट पर जल्द चुनाव होना है.लेकिन राजधानी की हटिया और रांची विधानसभा सीट हमेशा हॉट सीट रही है.ऐसे में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जिस फार्मूले की ओर संकेत दिए गए हैं.उससे कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए हटिया और रांची विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर संकट के बादल छाए हुए हैं.इन सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है. क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर हटिया से चुनाव लड़ चुके आलोक दुबे जो इस बार भी चुनाव में दावेदार हैं.उनका कहना है कि फॉर्मूला वह हो.जिससे बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन का सही उम्मीदवार चुनाव लगे और जीत हासिल कर सके.


Conclusion:ऐसे में महागठबंधन के जिस फार्मूले की बात हो रही है.उसके लिहाज से पिछले चुनाव में जिस दल ने जहां चुनाव जीता है या दूसरे नंबर पर रही है.उसे वह सीट दे दी जाएगी.ऐसे में रांची विधानसभा की सीट जेएमएम के खाते में चली जाएगी.क्योंकि पिछले चुनाव में जेएमएम दूसरे स्थान पर रहा था.इस फार्मूले के सामने आने पर रांची से दावेदारी करने वाले कांग्रेसी नेताओं द्वारा सीट बंटवारे के फार्मूले को गलत करार दिया जा रहा है.रांची सीट के लिए कांग्रेस के दावेदार राजेश गुप्ता छोटू का कहना है कि यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है.उन्होंने कहा कि निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव में रांची विधानसभा सीट पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है.

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