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AIIMS से लालू को रांची लाने की तैयारी, बड़ा सवाल जेल या रिम्स में रहेंगे लालू

चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है. उनकी तबीयत में हो रहे सुधार को देखते हुए जेल प्रबंधन ने लालू को दिल्ली एम्स से रांची वापस लाने की तैयारी में जुट गया है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि एम्स निदेशक अगर रांची भेजने पर सहमति जता देते हैं तो लालू जेल में रहेंगे या रिम्स में. इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है.

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Published : Mar 26, 2021, 9:41 PM IST

Updated : Mar 27, 2021, 3:47 PM IST

Preparations to bring Lalu Yadav Ranchi from AIIMS
AIIMS से लालू को रांची लाने की तैयारी

रांची: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है. लालू की तबीयत में हो रहे सुधार को देखते हुए जेल प्रबंधन लालू को दिल्ली एम्स से रांची वापस लाने की तैयारी में जुट गया है. होटवार जेल अधीक्षक ने एम्स निदेशक को पत्र लिखकर लालू के मेडिकल कंडीशन और रांची वापस लाने की जानकारी मांगी है. एम्स निदेशक अगर रांची भेजने पर सहमति जता देते हैं तो लालू जल्द ही फिर से या तो होटवार जेल में रहेंगे या रिम्स में.

देखें स्पेशल खबर

ये भी पढ़ें-पशुपालन घोटाला: डोरंडा कोषागार से जुड़े मामले में CBI की विशेष अदालत में सुनवाई, पैसे बंटवारे के संबंध में दी गई जानकारी

दो महीने से एम्स में हैं लालू

जेल आईजी बीरेंद्र भूषण की मानें तो एम्स निदेशक की सहमति मिलने के बाद एक विशेष टीम दिल्ली जाकर लालू प्रसाद को लायेगा. पिछले 23 जनवरी को लालू प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के बाद रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में बेहतर इलाज के लिए अनुशंसा की थी, जिसके बाद आनन फानन में लालू को एक महीने के लिए एम्स भेजने की अनुमति जेल प्रशासन ने दी थी. बाद में एम्स निदेशक की चिठ्ठी पर एक महीने का वक्त और बढ़ाया गया. वो समय सीमा भी अब पूरा हो चुका है. दो महीने का समय समाप्त होने के बाद जेल प्रशासन ने एम्स को लालू प्रसाद को रांची वापस लाने के लिए पत्र भेजा है.

लालू प्रसाद इन बीमारियों से हैं ग्रस्त

72 वर्षीय लालू प्रसाद को करीब 18 तरह की बीमारियां हैं. इनमें टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, पोस्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट, प्रोस्थेटिक हाइपर प्लेसिया, सेकेंड्री डिप्रेशन, लो बैक डिफ्यूज डिस्क, लेफ्ट आई इमैच्योर कैटरेक्ट, राइट लोवर पोल रेनल, प्राइमरी ओपन एंगल ग्लूकोमा, हाइट्रोजेनस थैलेसिमिया, विटामिन डी डिफिशिएंसी समेत ग्रेड वन फैटी लीवर की बीमारियां शामिल हैं. इधर, लालू के वापस रांची आने से पहले इस पर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी ने लालू को जेल में ही रखने की सलाह दी है ना कि रिम्स के पेइंग वार्ड में.

ये भी पढ़ें-लालू प्रसाद के जेल मैनुअल उल्लंघन मामले पर शुक्रवार को HC में सुनवाई, राज्य सरकार को पेश करना हैं जवाब

लालू पर जेल उल्लंघन का आरोप

इसे लेकर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि सरकार के इसारे पर लालू को रिम्स में हर सुख सुविधा मिल रही है और वे दरबार लगाते रहे हैं. वहीं, कांग्रेस और राजद ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि लालू प्रसाद बीमार हैं और उनसे मिलना और उनके स्वास्थ्य का हाल जानना हर कोई चाहता है. सजायाफ्ता लालू प्रसाद के ऊपर जेल मैनुअल का उल्लंघन करने का आरोप लगता रहा है. झारखंड हाई कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने भी लालू प्रसाद के ऊपर लगे आरोप पर गंभीर टिप्पणी की है. हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की मानें तो लालू पर जिस तरह के आरोप लगते रहे हैं, वैसे में जेल में ही उन्हें रखना उचित होगा.

हाई कोर्ट से जमानत मिलने की प्रतिक्षा

चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू प्रसाद के ऊपर रिम्स के केली बंगला से लेकर पेइंग वार्ड तक जेल मैनुअल उल्लंघन का आरोप लगता रहा है. ऐसे में जेल प्रबंधन भी विवादों से बचने के लिए एम्स निदेशक के जवाब की प्रतिक्षा कर रहा है, जिसमें अगर रिम्स में रखने का सुझाव मिलता है तो लालू रिम्स में रहेंगे. अन्यथा उन्हें होटवार जेल में रहना होगा. जानकारों का मानना है कि लालू प्रसाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने की प्रतिक्षा में हैं, जो दुमका ट्रेजरी से जुड़े केस में आधी सजा की अवधि अप्रैल में पूरी हो रही है. हालांकि, डोरंडा ट्रेजरी से जुड़े केस की सुनवाई में आई तेजी लालू के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है.

रांची: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है. लालू की तबीयत में हो रहे सुधार को देखते हुए जेल प्रबंधन लालू को दिल्ली एम्स से रांची वापस लाने की तैयारी में जुट गया है. होटवार जेल अधीक्षक ने एम्स निदेशक को पत्र लिखकर लालू के मेडिकल कंडीशन और रांची वापस लाने की जानकारी मांगी है. एम्स निदेशक अगर रांची भेजने पर सहमति जता देते हैं तो लालू जल्द ही फिर से या तो होटवार जेल में रहेंगे या रिम्स में.

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दो महीने से एम्स में हैं लालू

जेल आईजी बीरेंद्र भूषण की मानें तो एम्स निदेशक की सहमति मिलने के बाद एक विशेष टीम दिल्ली जाकर लालू प्रसाद को लायेगा. पिछले 23 जनवरी को लालू प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के बाद रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में बेहतर इलाज के लिए अनुशंसा की थी, जिसके बाद आनन फानन में लालू को एक महीने के लिए एम्स भेजने की अनुमति जेल प्रशासन ने दी थी. बाद में एम्स निदेशक की चिठ्ठी पर एक महीने का वक्त और बढ़ाया गया. वो समय सीमा भी अब पूरा हो चुका है. दो महीने का समय समाप्त होने के बाद जेल प्रशासन ने एम्स को लालू प्रसाद को रांची वापस लाने के लिए पत्र भेजा है.

लालू प्रसाद इन बीमारियों से हैं ग्रस्त

72 वर्षीय लालू प्रसाद को करीब 18 तरह की बीमारियां हैं. इनमें टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, पोस्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट, प्रोस्थेटिक हाइपर प्लेसिया, सेकेंड्री डिप्रेशन, लो बैक डिफ्यूज डिस्क, लेफ्ट आई इमैच्योर कैटरेक्ट, राइट लोवर पोल रेनल, प्राइमरी ओपन एंगल ग्लूकोमा, हाइट्रोजेनस थैलेसिमिया, विटामिन डी डिफिशिएंसी समेत ग्रेड वन फैटी लीवर की बीमारियां शामिल हैं. इधर, लालू के वापस रांची आने से पहले इस पर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी ने लालू को जेल में ही रखने की सलाह दी है ना कि रिम्स के पेइंग वार्ड में.

ये भी पढ़ें-लालू प्रसाद के जेल मैनुअल उल्लंघन मामले पर शुक्रवार को HC में सुनवाई, राज्य सरकार को पेश करना हैं जवाब

लालू पर जेल उल्लंघन का आरोप

इसे लेकर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि सरकार के इसारे पर लालू को रिम्स में हर सुख सुविधा मिल रही है और वे दरबार लगाते रहे हैं. वहीं, कांग्रेस और राजद ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि लालू प्रसाद बीमार हैं और उनसे मिलना और उनके स्वास्थ्य का हाल जानना हर कोई चाहता है. सजायाफ्ता लालू प्रसाद के ऊपर जेल मैनुअल का उल्लंघन करने का आरोप लगता रहा है. झारखंड हाई कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने भी लालू प्रसाद के ऊपर लगे आरोप पर गंभीर टिप्पणी की है. हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की मानें तो लालू पर जिस तरह के आरोप लगते रहे हैं, वैसे में जेल में ही उन्हें रखना उचित होगा.

हाई कोर्ट से जमानत मिलने की प्रतिक्षा

चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू प्रसाद के ऊपर रिम्स के केली बंगला से लेकर पेइंग वार्ड तक जेल मैनुअल उल्लंघन का आरोप लगता रहा है. ऐसे में जेल प्रबंधन भी विवादों से बचने के लिए एम्स निदेशक के जवाब की प्रतिक्षा कर रहा है, जिसमें अगर रिम्स में रखने का सुझाव मिलता है तो लालू रिम्स में रहेंगे. अन्यथा उन्हें होटवार जेल में रहना होगा. जानकारों का मानना है कि लालू प्रसाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने की प्रतिक्षा में हैं, जो दुमका ट्रेजरी से जुड़े केस में आधी सजा की अवधि अप्रैल में पूरी हो रही है. हालांकि, डोरंडा ट्रेजरी से जुड़े केस की सुनवाई में आई तेजी लालू के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है.

Last Updated : Mar 27, 2021, 3:47 PM IST
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