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Sarhul 2023: सरहुल की तैयारी जोरों पर, सरना स्थलों की हो रही साफ-सफाई

झारखंड समेत कई राज्यों के जनजातीय इलाकों में सरहुल का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. झारखंड में सरहुल को लेकर अच्छी खासी तैयारी की जा रही है. इसी कड़ी में रांची में सरहुल को लेकर सरना स्थलों की साफ सफाई की जा रही है. इसको लेकर रांची नगर निगम ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी किया है.

Preparation of Sarhul festival in Ranchi
रांची में सरहुल पर्व की तैयारी
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Published : Mar 20, 2023, 11:27 AM IST

Updated : Mar 20, 2023, 12:05 PM IST

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रांची: 24 मार्च को होने वाले सरहुल को लेकर राजधानी रांची में सरहुल की तैयारी जोर शोर से हो रही है. खासकर सभी सरना स्थलों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरहुल को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से विशेष तैयारी की गई है. झारखंड में सरहुल की विशेषता को देखते हुए पिछले दिनों और रांची के उपायुक्त और एसएसपी ने शहर के विभिन्न सरना स्थलों का जायजा लिया और सरना स्थल पर दिखी कमी खाने को तुरंत ही दूर करने का पदाधिकारियों को निर्देश दिया.

इसे भी पढ़ें- Joy of Sarhul: गांव-गांव में सरहुल की धूम, प्रकृति की पूजा में जुटे हैं आदिवासी

वहीं रांची नगर निगम की तरफ से भी सरहुल को लेकर तैयारी पूरी तरह से शुरू कर दी गई है. नगर निगम के द्वारा की जा रही व्यवस्था को लेकर शहर के उप महापौर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि सरहुल करने वाले लोगों को स्वच्छ वातावरण आरक्षित प्रशासन मिले इसको लेकर काम किया जा रहा है. सरहुल पर निकलने वाले जुलूस में शामिल लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसको लेकर नगर निगम गंभीर है. सरहुल को लेकर सभी सरना स्थलों की साफ सफाई की जा रही है. जहां पर पानी के अभाव हैं, वहां पर टैंकर भेज कर सरना धर्म स्थल की सफाई हो रही है. इसके अलावा जिस रास्ते से जुलूस निकलेगी. पूरे रास्ते पर बिजली की व्यवस्था नगर निगम के द्वारा की जा रही है.

सरहुल जुलूस से पहले 23 मार्च को उपवास एवं केकरा पकड़ने वाली विधि आदिवासी सामाज के द्वारा किया जाता है. वहीं जल रखाई की भी विधि की जाती है. जिसमें घड़े में पानी रखकर मौसम की भविष्यवाणी की जाती है. सरहुल को लेकर सुशीला कच्छप बताती हैं कि सरहुल पर्व आदिवासी समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस वर्ष 24 मार्च को यह पर्व मनाया जा रहा है. इसको लेकर आदिवासी समाज में अभी से ही उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि इस पर में आदिवासी प्रकृति के प्रति अपने प्रेम को दर्शाते हैं. वहीं सरहुल के जुलूस में लाखों लोग शामिल होते हैं और सभी आदिवासी परिवार एक दूसरे से गले मिलकर एक दूसरे के बेहतर भविष्य की कामना भी करते हैं.

वहीं सरहुल को लेकर जिला उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक भी की गई. शांति समिति और आदिवासी संगठनों के सदस्यों ने सरहूल पर्व के दौरान बेहतर व्यवस्था को लेकर कई सुझाव दिए. इस बैठक में किन किन बातों का ध्यान रखना है, इस पर अधिकारियों ने समिति के लोगों को निर्देश दिए है. खासकर ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से नियमानुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल करने का आग्रह किया गया है. सरहूल को लेकर रांची नगर निगम लगातार सफाई अभियान चला रहा है. नगर निगम के उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने सभी जोनल के मैनेजर एवं सुपरवाइजर के साथ बैठक की. जिसमें यह निर्देश दिया गया कि पर्व के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था कैसे दुरुस्त हो, इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई.

भैसाना समिति के सदस्य राजेश हंस ने बताया कि जिला प्रशासन और नगर निगम की तरफ से साफ-सफाई को लेकर सरना स्थल पर सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं. लेकिन समिति की तरफ से भी साफ सफाई के काम किए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सारे काम पूरे हो सके. वहीं उन्होंने बताया कि नगर निगम से आग्रह किया गया है कि और भी सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया जाए, जिससे सरना स्थल की सफाई जल्द से जल्द सुनिश्चित हो सके. 24 मार्च को करीब 2:00 बजे राजधानी के सिरम टोली से शोभायात्रा निकाली जाएगी जो शहर के विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को बताएगी कि आदिवासी समाज किस प्रकार से प्रकृति और पेड़ पौधे का संरक्षण कर रही है. उसी प्रकार समाज का हर व्यक्ति प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करें ताकि देश और दुनिया का वातावरण बेहतर हो सके.

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रांची: 24 मार्च को होने वाले सरहुल को लेकर राजधानी रांची में सरहुल की तैयारी जोर शोर से हो रही है. खासकर सभी सरना स्थलों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरहुल को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से विशेष तैयारी की गई है. झारखंड में सरहुल की विशेषता को देखते हुए पिछले दिनों और रांची के उपायुक्त और एसएसपी ने शहर के विभिन्न सरना स्थलों का जायजा लिया और सरना स्थल पर दिखी कमी खाने को तुरंत ही दूर करने का पदाधिकारियों को निर्देश दिया.

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वहीं रांची नगर निगम की तरफ से भी सरहुल को लेकर तैयारी पूरी तरह से शुरू कर दी गई है. नगर निगम के द्वारा की जा रही व्यवस्था को लेकर शहर के उप महापौर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि सरहुल करने वाले लोगों को स्वच्छ वातावरण आरक्षित प्रशासन मिले इसको लेकर काम किया जा रहा है. सरहुल पर निकलने वाले जुलूस में शामिल लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसको लेकर नगर निगम गंभीर है. सरहुल को लेकर सभी सरना स्थलों की साफ सफाई की जा रही है. जहां पर पानी के अभाव हैं, वहां पर टैंकर भेज कर सरना धर्म स्थल की सफाई हो रही है. इसके अलावा जिस रास्ते से जुलूस निकलेगी. पूरे रास्ते पर बिजली की व्यवस्था नगर निगम के द्वारा की जा रही है.

सरहुल जुलूस से पहले 23 मार्च को उपवास एवं केकरा पकड़ने वाली विधि आदिवासी सामाज के द्वारा किया जाता है. वहीं जल रखाई की भी विधि की जाती है. जिसमें घड़े में पानी रखकर मौसम की भविष्यवाणी की जाती है. सरहुल को लेकर सुशीला कच्छप बताती हैं कि सरहुल पर्व आदिवासी समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस वर्ष 24 मार्च को यह पर्व मनाया जा रहा है. इसको लेकर आदिवासी समाज में अभी से ही उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि इस पर में आदिवासी प्रकृति के प्रति अपने प्रेम को दर्शाते हैं. वहीं सरहुल के जुलूस में लाखों लोग शामिल होते हैं और सभी आदिवासी परिवार एक दूसरे से गले मिलकर एक दूसरे के बेहतर भविष्य की कामना भी करते हैं.

वहीं सरहुल को लेकर जिला उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक भी की गई. शांति समिति और आदिवासी संगठनों के सदस्यों ने सरहूल पर्व के दौरान बेहतर व्यवस्था को लेकर कई सुझाव दिए. इस बैठक में किन किन बातों का ध्यान रखना है, इस पर अधिकारियों ने समिति के लोगों को निर्देश दिए है. खासकर ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से नियमानुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल करने का आग्रह किया गया है. सरहूल को लेकर रांची नगर निगम लगातार सफाई अभियान चला रहा है. नगर निगम के उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने सभी जोनल के मैनेजर एवं सुपरवाइजर के साथ बैठक की. जिसमें यह निर्देश दिया गया कि पर्व के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था कैसे दुरुस्त हो, इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई.

भैसाना समिति के सदस्य राजेश हंस ने बताया कि जिला प्रशासन और नगर निगम की तरफ से साफ-सफाई को लेकर सरना स्थल पर सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं. लेकिन समिति की तरफ से भी साफ सफाई के काम किए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सारे काम पूरे हो सके. वहीं उन्होंने बताया कि नगर निगम से आग्रह किया गया है कि और भी सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया जाए, जिससे सरना स्थल की सफाई जल्द से जल्द सुनिश्चित हो सके. 24 मार्च को करीब 2:00 बजे राजधानी के सिरम टोली से शोभायात्रा निकाली जाएगी जो शहर के विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को बताएगी कि आदिवासी समाज किस प्रकार से प्रकृति और पेड़ पौधे का संरक्षण कर रही है. उसी प्रकार समाज का हर व्यक्ति प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करें ताकि देश और दुनिया का वातावरण बेहतर हो सके.

Last Updated : Mar 20, 2023, 12:05 PM IST
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