रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 28 जुलाई से 5 अगस्त तक आहूत होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक इस दौरान 6 दिन का कार्य दिवस रहेगा. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि मानसून सत्र आहूत करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव भेजा जा रहा है. जहां स्वीकृति मिलने के बाद नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. गौरतलब है कि पंचम झारखंड विधानसभा का पिछले वर्ष मानसून सत्र 29 जुलाई से 4 अगस्त तक आयोजित किया गया था.
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मानसून सत्र के दौरान प्रश्न काल के अलावा कई विधेयक सदन में पेश किए जाएंगे. सदन को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चलाने के लिए स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो सत्र शुरू होने से दो दिन पहले उच्चस्तरीय बैठक कर आवश्यक निर्देश देंगे. गौरतलब है कि संवैधानिक प्रावधान के अनुसार विधान सभा सत्र सामान्य तौर पर साल में तीन बार आहूत किए जाते हैं, जो कि बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र के रूप में जाना जाता है.
27 फरवरी से शुरू हुआ था बजट सत्र: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी से शुरू हुआ था, जिसमें 17 कार्य दिवस थे. बजट सत्र में कुल 16 बैठकें हुईं सरकार ने 1 लाख 16000 करोड़ का बजट पास कराया. सदन में छह विधेयक पेश किए गए जिनमें विनियोग विधेयक सहित पांच विधायकों को मंजूरी मिली. मेडिकल प्रोटेक्शन विधेयक एक बार फिर सदन में लटक गया. विधानसभा की प्रवर समिति को मेडिकल प्रोटेक्शन विधेयक को भेजा गया था.
क्या एक बार फिर बगैर नेता प्रतिपक्ष चलेगा सदन: पंचम विधानसभा में अब तक बगैर नेता प्रतिपक्ष का सदन चलता रहा है. स्पीकर न्यायाधिकरण में बाबूलाल मरांडी पर चल रहे दल बदल केस की वजह से यह सुलझने के बजाय अब तक यह मुद्दा उलझा हुआ है. बाबूलाल मरांडी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी किसी दूसरे नेता को नेता प्रतिपक्ष के लिए मानसून सत्र से पहले विधानसभा को अनुशंसा करेगी.