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जितनी बिजली चाहिए मीटर उतना करिए रिचार्ज, रांची के साढ़े तीन लाख घरों में बदले जाएंगे स्मार्ट मीटर

प्रीपेड मोबाइल तो आप रिचार्ज करते ही हैं. अब बिजली के लिए आपको मीटर भी रिचार्ज करना होगा. इसके लिए रांची में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. पहले चरण में रांची के साढ़े तीन लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है.

Prepaid smart meters in Ranchi
झारखंड में प्रीपेड मीटर
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Published : Aug 9, 2022, 5:24 PM IST

Updated : Aug 9, 2022, 6:02 PM IST

रांचीः मोबाइल की तरह अब आपको घर को रोशन रखने के लिए बिजली मीटर को रिचार्ज करना पड़ेगा. राजधानी रांची से झारखंड में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने की शुरुआत होने जा रही है. जेबीवीएनएल ने इसकी जिम्मेदारी जेनस कंपनी को दी है, जिसकी शुरुआत 15 अगस्त के बाद होगी.

ये भी पढ़ें-हुबली में खुदकुशी करने बिजली के टावर पर चढ़ा, जानिए कैसे बची जान

झारखंड में प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत राजधानी रांची से होगी. इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम ने तैयारी पूरी कर ली है. 15 अगस्त के बाद रांची के न्यू कैपिटल एरिया और सेंट्रल क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत होगी. विभाग ने अरगोड़ा, हरमू,अशोकनगर, कांके,अपर बाजार आदि क्षेत्र में सबसे पहले प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगवाने का निर्णय किया है. वर्ल्ड बैंक की सहायता से रांची शहर के करीब 3.50 लाख घरों में बिजली मीटर को बदल कर स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे.

दिनेश्वर कुमार सिंह

इसके अलावा धनबाद और जमशेदपुर में भी पहले चरण में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. रांची प्रक्षेत्र के कार्यपालक अभियंता दिनेश्वर कुमार सिंह के अनुसार स्मार्ट मीटर में प्रीपेड और पोस्ट पेड दोनों सुविधा होगी मगर विभाग राजस्व संकलन को ध्यान में रखकर इसे प्रीपेड मोड में ही रखेगा. उन्होंने कहा कि इसका फायदा उपभोक्ताओं को भी होगा जो अपने हिसाब से मोबाइल की तरह रिचार्ज कर बिजली को कन्ज्युम कर सकेंगे. प्रीपेड मीटर के लिए कन्ज्युमर को अलग से राशि नहीं देनी होगी.

पहले फेज में शहरी क्षेत्र में जेनस कंपनी लगाएगी स्मार्ट मीटरः वर्ल्ड बैंक प्रायोजित इस योजना पर रांची में करीब 2.50 करोड़ खर्च होंगे. जेबीवीएनएल सबसे पहले घरेलू उपभोक्ताओं के घर का मीटर बदलने की तैयारी में है. पहले फेज में शहरी क्षेत्र में मीटर बदले जाएंगे. इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में मीटर बदलेगा. स्मार्ट मीटर लगाने का काम जेनस कंपनी को दिया गया है जिसने सर्वे कार्य भी किया है.

प्रीपेड स्मार्ट मीटर से ना केवल कन्ज्यूमर को लाभ है बल्कि विभाग को भी इसका लाभ मिलेगा. आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस स्मार्ट मीटर में इनबिल्ड साफ्टवेयर घरेलू या कमर्शियल बिजली को निर्धारित पावर लोड से अधिक होते ही बत्ती गुल कर देगा और बिजली विभाग में लगे डाटा सेंटर को लोड की पूरी जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद कन्ज्युमर पर पैनेल्टी हो सकती है.

रांचीः मोबाइल की तरह अब आपको घर को रोशन रखने के लिए बिजली मीटर को रिचार्ज करना पड़ेगा. राजधानी रांची से झारखंड में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने की शुरुआत होने जा रही है. जेबीवीएनएल ने इसकी जिम्मेदारी जेनस कंपनी को दी है, जिसकी शुरुआत 15 अगस्त के बाद होगी.

ये भी पढ़ें-हुबली में खुदकुशी करने बिजली के टावर पर चढ़ा, जानिए कैसे बची जान

झारखंड में प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत राजधानी रांची से होगी. इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम ने तैयारी पूरी कर ली है. 15 अगस्त के बाद रांची के न्यू कैपिटल एरिया और सेंट्रल क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत होगी. विभाग ने अरगोड़ा, हरमू,अशोकनगर, कांके,अपर बाजार आदि क्षेत्र में सबसे पहले प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगवाने का निर्णय किया है. वर्ल्ड बैंक की सहायता से रांची शहर के करीब 3.50 लाख घरों में बिजली मीटर को बदल कर स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे.

दिनेश्वर कुमार सिंह

इसके अलावा धनबाद और जमशेदपुर में भी पहले चरण में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. रांची प्रक्षेत्र के कार्यपालक अभियंता दिनेश्वर कुमार सिंह के अनुसार स्मार्ट मीटर में प्रीपेड और पोस्ट पेड दोनों सुविधा होगी मगर विभाग राजस्व संकलन को ध्यान में रखकर इसे प्रीपेड मोड में ही रखेगा. उन्होंने कहा कि इसका फायदा उपभोक्ताओं को भी होगा जो अपने हिसाब से मोबाइल की तरह रिचार्ज कर बिजली को कन्ज्युम कर सकेंगे. प्रीपेड मीटर के लिए कन्ज्युमर को अलग से राशि नहीं देनी होगी.

पहले फेज में शहरी क्षेत्र में जेनस कंपनी लगाएगी स्मार्ट मीटरः वर्ल्ड बैंक प्रायोजित इस योजना पर रांची में करीब 2.50 करोड़ खर्च होंगे. जेबीवीएनएल सबसे पहले घरेलू उपभोक्ताओं के घर का मीटर बदलने की तैयारी में है. पहले फेज में शहरी क्षेत्र में मीटर बदले जाएंगे. इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में मीटर बदलेगा. स्मार्ट मीटर लगाने का काम जेनस कंपनी को दिया गया है जिसने सर्वे कार्य भी किया है.

प्रीपेड स्मार्ट मीटर से ना केवल कन्ज्यूमर को लाभ है बल्कि विभाग को भी इसका लाभ मिलेगा. आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस स्मार्ट मीटर में इनबिल्ड साफ्टवेयर घरेलू या कमर्शियल बिजली को निर्धारित पावर लोड से अधिक होते ही बत्ती गुल कर देगा और बिजली विभाग में लगे डाटा सेंटर को लोड की पूरी जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद कन्ज्युमर पर पैनेल्टी हो सकती है.

Last Updated : Aug 9, 2022, 6:02 PM IST
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