रांचीः देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सोमवार को निधन से झारखंड में शोक की लहर छा गई है. प्रणब मुखर्जी का झारखंड से गहरा नाता था, उनसे प्रदेश के लोगों की कई यादें जुड़ी हैं. वह कई बार झारखंड के दौरे पर आ चुके हैं. राष्ट्रपति बनने से पहले और बाद में भी वह झारखंड में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने आए थे. उन्होंने ही 12 मई 2015 को द्रौपदी मुर्मू को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया था.
विश्वविद्यालय की रखी थी आधारशिला
9 जनवरी 2016 को प्रणब मुखर्जी ने रांची स्थित आड्रे हाउस में आर्ट गैलरी का उद्धाटन किया था और तकनीकी विवि की आधारशिला भी रखी थी. वे हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में भी शामिल हुए थे. 3 अप्रैल 2017 को प्रणब मुखर्जी ने रांची में रवींद्र भवन और हज हाउस का ऑनलाइन शिलान्यास किया था. 20 जनवरी 2020 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रणब मुखर्जी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा को चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड-2019 से सम्मानित किया था.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने निधन पर जताया दुख
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने कहा है कि प्रणब मुखर्जी सिर्फ कांग्रेस के ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के प्रिय रहे हैं. 1969 में पहली बार राज्यसभा सांसद चुनकर आए प्रणब मुखर्जी देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचे और देश का मान बढ़ाया.
देश ने महान नेता खो दियाः आलमगीर आलम
कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक महान नेता खो दिया है. यह देश के लिए अपूरणीय क्षति है. 1980 से 1985 के बीच में राज्यसभा में सदन के नेता के रूप में हो या रक्षा,विदेश और वित्त मंत्री के रूप में हो उन्होंने अपनी सूझबूझ से देश को मुश्किलों से निकाला है.