रांची: झारखंड विकास मोर्चा से निलंबित और कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक प्रदीप यादव ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रवासी मजदूरों को लेकर जितना काम कर रहे हैं, वह देश में अनूठा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में इससे निपटने का जो अभी उपाय हो रहा है वह पूरे देश में उदाहरण होगा. प्रदीप यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके अधिकारी कोरोना काल में पूरी तरह एक्टिव हैं.
दरअसल प्रदीप यादव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने आए थे. सीएम से उनकी ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग राज्यों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के संबंध में बात हुई. इसपर सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि ग्रामीण मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
विधायकों से ले रहे हैं फीडबैक
प्रदीप यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद विधायकों से भी फीडबैक ले रहे हैं. अब तक दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर विधायकों से सलाह ली गई है. अच्छी बात यह है कि उनकी सलाह पर अमल भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हेमंत सरकार पर राजनीति करने का भी आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपनी गलती छुपाने की कोशिश कर रही है, केंद्र सरकार को चाहिए था कि मजदूरों को पहले वापस ले आती उसके बाद लॉकडाउन करती लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
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हरियाणा से नहीं आ रहे प्रवासी मजदूर
प्रदीप यादव ने कहा कि हरियाणा में चुनाव होने वाले हैं, यही वजह है कि वहां फंसे प्रवासी मजदूरों को केंद्र सरकार झारखंड भेजने के लिए पहल नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि देश की सत्ता पर बैठे लोग भेदभाव करने की कोशिश कर रहे हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है.