रांचीः बिहार में जाति आधारित गणना पर पटना हाई कोर्ट के द्वारा लगाए गए रोक का असर झारखंड की सियासत पर भी दिखने लगा है. कल तक जाति आधारित जनगणना की मांग कर रहे झारखंड के राजनेता इसके लिए एक दूसरे को दोषी ठहराने में जुट गए हैं. सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भारतीय जनता पार्टी पर जाति आधारित गणना नहीं कराने के पक्ष में होने का आरोप लगाते हुए इस फैसले के पीछे भी बीजेपी का हाथ होने का आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ेंः Giridih News: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पहुंचे गिरिडीह, मधुबन में आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मनोज पांडे ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार बिहार के तर्ज पर झारखंड में भी जाति आधारित गणना कराने की तैयारी में जुटी थी, मगर जिस तरह से फैसले आए हैं उसके बाद सरकार नए सिरे से इस पर विचार करेगी. आशंका इस बात की है कि इस फैसले के पीछे भी बीजेपी का ही हाथ होने का अंदेशा है. क्योंकि पिछले दिनों नियोजन नीति को लेकर भी बीजेपी समर्थित लोगों के द्वारा याचिका दाखिल की गई थी. हमें आशंका है कि पटना हाईकोर्ट में भी बीजेपी के लोगों के द्वारा ही जाति आधारित गणना के विरोध में याचिका दाखिल की गई होगी.
इधर बीजेपी पर लग रहे आरोप को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि न्यायादेश की प्रति देखने के बाद इस पर कहना संभव होगा. मगर इतना तो जरूर है कि भारतीय जनता पार्टी जाति आधारित गणना कराने के पक्ष में है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में विभिन्न दलों का शिष्टमंडल जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पिछले दिनों मिला था उसमें बीजेपी की ओर से मैं खुद शामिल था. इधर जाति आधारित गणना की मांग कर रहे आजसू ने पटना हाईकोर्ट के फैसले की कॉपी मिलने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने की बात कही है.