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पॉलिटिक्स ऑन वैक्सीनेशन..आखिर टीकाकरण सर्किफिकेट पर तस्वीर को लेकर क्यों मचा है बवाल?

झारखंड में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर तस्वीर को लेकर बवाल मचा है. भाजपा का कहना है कि 18+ वालों को जो टीका दिया जा रहा है उस कार्ड में हेमंत सोरेन की तस्वीर क्यों छपी है. वहीं, झामुमो का कहना है कि दूसरे डोज के बाद जो सर्टिफिकेट दिया जा रहा है उसमें मोदी की जगह अशोक स्तंभ का चिन्ह होता तो बेहतर होता.

Vaccine politics in jharkhand
झारखंड में कोविड वैक्सीनेशन पर राजनीति
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Published : Jun 12, 2021, 7:59 PM IST

Updated : Jun 12, 2021, 11:05 PM IST

रांची: झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन(vaccination) अभियान जहां तेजी से बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति (politics) भी तेज हो गई है. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने यह ऐलान किया था कि 21 जून से सभी वर्गों के लिए वैक्सीन(vaccine) केंद्र सरकार अपने खर्चे पर उपलब्ध कराएगी.

इस पर प्रदेश भाजपा ने इशारों-इशारों में हेमंत सोरेन की तस्वीर वाले उस कार्ड पर सवाल उठाए हैं जो 18+ वालों से टीकाकरण के समय भरवाया जाता है. भाजपा के सवाल पर झामुमो ने भी पलटवार किया है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

यह भी पढे़ं: एक हसीना, फर्जी पुलिस और यूट्यूबर की खौफनाक दास्तां, साजिश में जो फंसा समझो गया

बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से वैक्सीनेशन को लेकर ओछी राजनीति हो रही थी. अब इस प्रक्रिया पर पूरी तरह से विराम लग गया है. कुछ राज्यों में मुख्यमंत्री अपनी तस्वीर लगाकर वैक्सीन का सर्टिफिकेट दे रहे थे. मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमकाने की कोशिश कर रहे थे.

वैक्सीनेशन के मामले में कई राज्य सरकारें फेल रहीं. झारखंड सरकार भी वैक्सीनेशन के मामले में असफल रही है. केंद्र ने सटीक फैसला लेकर पूरे मामले को ही अलग कर दिया है.

राज्य सरकार के बजट से 18+ वालों का हो रहा वैक्सीनेशन, सीएम की तस्वीर पर दिक्कत क्यों

वैक्सीनेशन कार्ड पर मुख्ममंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर को लेकर उठे सवाल पर झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कार्ड तो प्रोविजन के तौर पर दिया जा रहा है. कोविन एप काफी जटिल है और कार्ड इसलिए दिया जा रहा है ताकि लोगों की पहचान की जा सके.

दूरदराज इलाके में जहां नेटवर्क नहीं रहता है वहां वैक्सीन लगे लोगों की पहचान मुश्किल होगी. इसके चलते कार्ड देने का निर्णय लिया गया है. सिर्फ 18+ वालों के वैक्सीनेशन पर हेमंत सोरेन की तस्वीर पर सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि राज्य सरकार अपने बजट से वैक्सीन दिलवा रही है तो सीएम की तस्वीर पर क्या दिक्कत है.

सर्टिफिकेट पर हो अशोक स्तंभ

सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि दूसरे डोज के बाद जो फाइनल सर्टिफिकेट मिल रहा है उसमें तो ताली और थाली बजवाने वाले की तस्वीर है. पैसा देश के लोगों का है और वैक्सीन भारत के लोगों को ही लग रही है. वहां प्रधानमंत्री मोदी की जगह अशोक स्तंभ का चिन्ह होता तो बेहतर होता. इस संबंध में जब लोगों से सवाल किए गए तो उनका कहना है कि सभी पार्टियां अपनी राजनीति चमकाने में लगी हैं.

रांची: झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन(vaccination) अभियान जहां तेजी से बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति (politics) भी तेज हो गई है. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने यह ऐलान किया था कि 21 जून से सभी वर्गों के लिए वैक्सीन(vaccine) केंद्र सरकार अपने खर्चे पर उपलब्ध कराएगी.

इस पर प्रदेश भाजपा ने इशारों-इशारों में हेमंत सोरेन की तस्वीर वाले उस कार्ड पर सवाल उठाए हैं जो 18+ वालों से टीकाकरण के समय भरवाया जाता है. भाजपा के सवाल पर झामुमो ने भी पलटवार किया है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

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बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से वैक्सीनेशन को लेकर ओछी राजनीति हो रही थी. अब इस प्रक्रिया पर पूरी तरह से विराम लग गया है. कुछ राज्यों में मुख्यमंत्री अपनी तस्वीर लगाकर वैक्सीन का सर्टिफिकेट दे रहे थे. मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमकाने की कोशिश कर रहे थे.

वैक्सीनेशन के मामले में कई राज्य सरकारें फेल रहीं. झारखंड सरकार भी वैक्सीनेशन के मामले में असफल रही है. केंद्र ने सटीक फैसला लेकर पूरे मामले को ही अलग कर दिया है.

राज्य सरकार के बजट से 18+ वालों का हो रहा वैक्सीनेशन, सीएम की तस्वीर पर दिक्कत क्यों

वैक्सीनेशन कार्ड पर मुख्ममंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर को लेकर उठे सवाल पर झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कार्ड तो प्रोविजन के तौर पर दिया जा रहा है. कोविन एप काफी जटिल है और कार्ड इसलिए दिया जा रहा है ताकि लोगों की पहचान की जा सके.

दूरदराज इलाके में जहां नेटवर्क नहीं रहता है वहां वैक्सीन लगे लोगों की पहचान मुश्किल होगी. इसके चलते कार्ड देने का निर्णय लिया गया है. सिर्फ 18+ वालों के वैक्सीनेशन पर हेमंत सोरेन की तस्वीर पर सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि राज्य सरकार अपने बजट से वैक्सीन दिलवा रही है तो सीएम की तस्वीर पर क्या दिक्कत है.

सर्टिफिकेट पर हो अशोक स्तंभ

सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि दूसरे डोज के बाद जो फाइनल सर्टिफिकेट मिल रहा है उसमें तो ताली और थाली बजवाने वाले की तस्वीर है. पैसा देश के लोगों का है और वैक्सीन भारत के लोगों को ही लग रही है. वहां प्रधानमंत्री मोदी की जगह अशोक स्तंभ का चिन्ह होता तो बेहतर होता. इस संबंध में जब लोगों से सवाल किए गए तो उनका कहना है कि सभी पार्टियां अपनी राजनीति चमकाने में लगी हैं.

Last Updated : Jun 12, 2021, 11:05 PM IST
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