रांची: हेमंत सरकार के मंत्रियों के लिए साल 2023 खुशनुमा होने जा रहा है. रांची स्मार्ट सिटी में बन रहे मंत्रियों का आलिशान भवन मार्च तक पूरा होने के आसार हैं. ऐसे में स्मार्ट सिटी में सभी मंत्री स्मार्ट हाउस में रहेंगे. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इन आवासों में सरकार सारी सुविधाएं मुहैया करा रही है. लेकिन इसके इतर नये मंत्री आवास पर सियासत भी तेज हो गयी है (Politics on ministers new residence in Ranchi). झारखंड बीजेपी ने सरकार को आड़े हाथों लिया है.
इसे भी पढ़ें- फार्च्यूनर कार पर राजनीतिः दीपक प्रकाश बोले-जनता का पैसा हो रहा मंत्रियों पर खर्च, कांग्रेस ने दी सफाई
स्मार्ट सिटी में बन रहा नया बंगलाः मंत्रियों के बंगले पर करीब 70 करोड़ खर्च हो रहे हैं. रांची स्मार्ट सिटी में बन रहे मंत्रियों के इस बंगले में बाथरूम, कार्यालय, प्रतीक्षा कक्ष एवं शयनकक्ष के साथ 2 तल्ले का बिल्डिंग होगा. ग्राउंड फ्लोर पर 2 बेडरूम, प्रतीक्षालय, बैठक कक्ष, दो शौचालय, पैंट्री रूम, गार्ड रूम, डाइनिंग कम कॉफ्रेंस हॉल की सारी सुविधाएं हैं. हर बंगले में बालकनी वाले 5 बेडरूम तैयार किए जा रहे हैं. जिसमें पहले तल्ले पर मास्टर बेडरूम समेत कुल 3 बेडरूम बनाए गए हैं. योजना के मुताबिक मार्च 2023 तक इसे तैयार कर दिया जाएगा.
मंत्रियों के बंगले पर राजनीतिः राज्य सरकार द्वारा तैयार किए जा रहे मंत्रियों के बंगले पर राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी ने सरकार पर हमला बोलते हुए इसे पैसों का अपव्यय बताया (Jharkhand BJP targeted Hemant Government) है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ राज्य सरकार विकास कार्य के लिए पैसा नहीं होने का रोना रोती है, दूसरी तरफ मंत्रियों के आवास पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. रांची में जिस आवास में वर्तमान समय में मंत्री रहते हैं वो विधानसभा से दस किलोमीटर के अंदर में है जो मुश्किल से दस मिनट से ज्यादा समय वहां पहुंचने में नहीं लगता. बीजेपी के सवाल पर पलटवार करते हुए संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि देश में पार्लियामेंट नहीं था क्या जो नया बनाने की जरूरत पड़ गयी, इसका जवाब विपक्ष दे दे तब हम बता देंगे कि मंत्रियों के आवास की क्या जरूरत है.
नये मंत्री आवास की जानिए खासियातः धुर्वा के स्मार्ट सिटी में बन रहे मंत्रियों के बंगले G-1 कैटेगरी के होंगे. परिसर में मेन इंट्रेंस, पार्किंग, इंट्रेंस प्लाजा, नॉर्थ एवेन्यू, साउथ एवेन्यू, 11 बंगले, क्लब हाउस, वॉलीबॉल कोर्ट, बच्चों के लिए खेल का मैदान, बैरक और सर्विस इंट्री होगी. आवासीय भवनों को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें एक भाग रेसिडेंशियल ब्लॉक और दूसरा भाग एनेक्स ब्लॉक होगा. रेसिडेंशियल ब्लॉक G-1 कैटेगरी के होंगे, जिसमें बालकनी और ओपन टेरेस होगा. एनेक्स ब्लॉक में ऑफिस ब्लॉक, सर्वेंट ब्लॉक और गैरेज होंगे. क्लब हाउस भी G-1 कैटेगरी का होगा. वहीं गार्ड बैरक सिर्फ ग्राउंड फ्लोर पर ही रहेंगे. मंत्रियों के सभी 11 बंगलों का क्षेत्रफल 16,321 स्क्वायर फीट का है. जिसमें रेसिडेंशियल ब्लॉक 7 हजार 425 स्क्वायर फीट, ग्राउंड फ्लोर 3 हजार 740 स्क्वायर फीट, बालकनी और ओपन टेरेस के साथ फर्स्ट फ्लोर 3 हजार 685 स्क्वायर फीट में होगा.
बहरहाल 16,321 स्कायर फीट में बन रहे 11 मंत्रियों के इस सरकारी बंगले का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. उद्घाटन के बाद सरकार मंत्रियों के आवास को हाई सेक्युरिटी जोन में रखेगी.