रांचीः झामुमो विधायक दल की बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार देने का फैसल उलटता नजर आ रहा है. जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद राज्यसभा सीट कांग्रेस के खाते में जाने की अटकल बढ़ गई है. कल तक झारखंड मुक्ति मोर्चा के जो नेता हर हालत में उम्मीदवार देने की बात कह रहे थे, उन्होंने चुप्पी साध ली है या फिर उनके सुर बदल गए हैं तो कांग्रेस खेमे में निश्चिन्तता का भाव दिखने लगा है.
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कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद सहित कई नाम चर्चा मेंः कांग्रेस की ओर से कई नामों के कयास राज्यसभा के उम्मीदवारों के रूप में लगाए जा रहे हैं. इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, अजय माकन, गौरव बल्लभ, सुबोधकांत सहाय, राजीव शुक्ला का नाम चर्चा में सबसे ऊपर है. वहीं कल तक झामुमो के प्रत्याशी के रूप में कल्पना सोरेन, लता सोरेन, सुप्रियो भट्टाचार्या, विनोद पांडे के नाम उछाले जा रहे थे, लेकिन अब वे सभी नाम कयासों में पिछड़ते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री को दे रहे धन्यवादः अभी भले ही महागठबंधन की ओर से राज्यसभा का उम्मीदवार किसका होगा, इसकी घोषणा नहीं हुई है लेकिन झारखंड कांग्रेस के नेताओं में निश्चिंतता का भाव आ गया है, वो कहानी कहती नजर आ रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने राज्यसभा सीट को लेकर गठबंधन को और मजबूत करने में भूमिका निभाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया और कहा कि राज्य में पार्टी मजबूत हुई है.
सुबह तक नाम सामने आ जाएगाः वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दिल्ली में घटनाक्रम क्या और कैसे बदला है, अभी हमें नहीं पता है. हमारी पार्टी अभी अपने 28 मई की बैठक में लिए गए फैसले पर कायम है कि उम्मीदवार झामुमो का ही होगा. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात में झामुमो का राज्यसभा को लेकर सभी राजनीतिक परिस्थितियों से अवगत कराया. अनुमान लगाया जा रहा है कि आज रात या कल सुबह तक राज्यसभा चुनाव में UPA प्रत्याशी का नाम क्लीयर हो जाएगा.