रांची: झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को बिना विधायक रहते मंत्री बनाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी ओर से साफ कर दिया है कि वही डुमरी विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन की उम्मीदवार होंगी. लेकिन एनडीए की ओर से उम्मीदवारी को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. सवाल उठ रहा है कि एनडीए की ओर से डुमरी विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार कौन उतारेगा, भाजपा या आजसू?
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अभी तक एनडीए की ओर से इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है कि डुमरी विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार कौन उतारेगा. हालांकि सुदेश महतो ने रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव का हवाला देते हुए डुमरी सीट पर आजसू की दावेदारी ठोक दी है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता के अनुसार पार्टी ने अभी तक डुमरी को लेकर कोई फैसला नहीं किया है.
अक्टूबर से पहले होना है उपचुनाव: झामुमो विधायक और राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई डुमरी विधानसभा सीट पर अक्टूबर से पहले उपचुनाव होना है. अभी तक निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तिथि की घोषणा नहीं की है. इसके बावजूद राज्य के राजनीतिक दलों खासकर झामुमो और आजसू ने डुमरी और आसपास के इलाके में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ा दी हैं. डुमरी से आजसू का उम्मीदवार उपचुनाव में होगा? इस सवाल का सीधा जवाब 'हां' या 'ना' में देने की जगह आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि डुमरी में रामगढ़ उपचुनाव जैसा ही होगा. उन्होने कहा कि डुमरी आजसू लड़ेगा या नहीं इस पर कोई सवाल ही नहीं बनता. जैसा रामगढ़ उपचुनाव में हुआ था, वैसा ही डुमरी में होगा.
क्या हुआ था रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में: अब सवाल उठता है कि कुछ दिन पहले रामगढ़ में ऐसा क्या हुआ था, जिसका हवाला आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो डुमरी के संदर्भ में दे रहे हैं. तो इसका जवाब यह है कि 2019 में रामगढ़ विधानसभा चुनाव में ममता देवी कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज कर विधायक बनी. उस समय आजसू और भाजपा दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. तब आजसू की सुनीता देवी दूसरे और भाजपा के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे. जब कांग्रेस विधायक ममता देवी के एक आपराधिक मामले में सजायाफ्ता होने के बाद सदस्यता चली गयी तो 2023 में हुए उपचुनाव में NDA की ओर से आजसू को टिकट इसलिए मिला क्योंकि 2019 में वह दूसरे नंबर पर थे.
2019 चुनाव में डुमरी विधानसभा का रिजल्ट: डुमरी में भी 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के जगरनाथ महतो 71 हजार से अधिक वोट लेकर पहले स्थान पर रहे थे. वहीं आजसू उम्मीदवार यशोदा देवी करीब 37 हजार वोट लाकर दूसरे स्थान पर रही थीं. तब भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप साहू 36 हजार से कुछ अधिक मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. अब सुदेश महतो ने इशारों-इशारों में रामगढ़ उपचुनाव का हवाला देकर डुमरी विधानसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी खड़ा करने की ओर इशारा कर दिया है.
डुमरी को लेकर क्या कहती है भाजपा: आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो भले ही रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव की तरह डुमरी में उम्मीदवार देने की बात कहते हों, लेकिन झारखंड भाजपा ने साफ कर दिया है कि अभी तक डुमरी में उम्मीदवार किसका होगा, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अवनेश कुमार सिंह ने कहा कि डुमरी में हेमंत सोरेन की अक्षम सरकार के खिलाफ वोटिंग होगी और एनडीए की जीत होगी. एनडीए की ओर से उम्मीदवार भाजपा का होगा या आजसू का, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पदभार संभाला है. एक दो दिनों में बैठक कर इसपर फैसला लिया जायेगा कि कौन डुमरी को जीत सकता है. उन्होंने कहा कि अभी तक डुमरी में किसका उम्मीदवार होगा यह तय नहीं है.