ETV Bharat / state

कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर झारखंड में घमासान, हेमंत-बाबूलाल आमने-सामने

कोल ब्लॉक नीलामी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बीजेपी विधायक दल के नेता आमने-सामने आ गए हैं. सोमवार को पहली बार इस मामले में दोनों ने एक-दूसरे पर सीधा हमला बोला है. सीएम ने प्रोजेक्ट भवन में केंद्र को चेतावनी दी कि राज्य सरकार अपना हक-अधिकार सुनिश्चित करेगी. वहीं, बाबूलाल मरांडी पर तंज कसते हुए कहा कि नया-नया मुल्ला बहुत ज्यादा प्याज खाता है.

Politics intensified in Jharkhand over coal block auctions
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jun 23, 2020, 4:02 PM IST

रांची: केंद्र सरकार कोरोना संकट से देश को उबारने के लिए और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयारियों में जुटी है. इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 41 कोयला ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसको लेकर झारखंड में घमासान मचा है.

नेताओं ने दी प्रतिक्रिया

इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाया है. उन्होंने मोदी सरकार को बिजनेसमैन से घिरी सरकार तक बता दिया है. साथ ही राज्य के कोयला ब्लॉकों को नीलामी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का रुख करने की भी बात कही है. इसीलिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि कोल ब्लॉक की नीलामी पर जल्दी बाजी ना किया जाए. वहीं, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि भारत के संविधान में संघीय ढांचा है. ऐसे में केंद्र सरकार को कोल ब्लॉक नीलामी मामले पर राज्य सरकार से राय मशवरा करनी चाहिए थी और मदद लेनी चाहिए थी, लेकिन केंद्र सरकार जल्दबाजी में इस तरह की फैसला ले रही है.

ये भी पढ़ें- पीएम को सोनिया का पत्र : गरीबों को मुफ्त अनाज देने की अवधि बढ़ाने की अपील

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कोल ब्लॉक आवंटन पर केंद्र के फैसले को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से झारखंड को सर्वाधिक लाभ मिलेगा. वहीं, हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार को फैसले का स्वागत करने के बजाय विरोध में सुप्रीम कोर्ट जा रही है, यह बात समझ से परे है.

कोल ब्लॉक नीलामी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बीजेपी विधायक दल के नेता आमने-सामने आ गए हैं. सोमवार को पहली बार इस मामले में एक-दूसरे पर सीधा हमला बोला है. सीएम ने प्रोजेक्ट भवन में केंद्र को चेतावनी दी कि राज्य सरकार अपने हक-अधिकार सुनिश्चित करेगी. वहीं, बाबूलाल मरांडी पर तंज कसते हुए कहा कि नया-नया मुल्ला बहुत ज्यादा प्याज खाता है.

रांची: केंद्र सरकार कोरोना संकट से देश को उबारने के लिए और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयारियों में जुटी है. इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 41 कोयला ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसको लेकर झारखंड में घमासान मचा है.

नेताओं ने दी प्रतिक्रिया

इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाया है. उन्होंने मोदी सरकार को बिजनेसमैन से घिरी सरकार तक बता दिया है. साथ ही राज्य के कोयला ब्लॉकों को नीलामी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का रुख करने की भी बात कही है. इसीलिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि कोल ब्लॉक की नीलामी पर जल्दी बाजी ना किया जाए. वहीं, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि भारत के संविधान में संघीय ढांचा है. ऐसे में केंद्र सरकार को कोल ब्लॉक नीलामी मामले पर राज्य सरकार से राय मशवरा करनी चाहिए थी और मदद लेनी चाहिए थी, लेकिन केंद्र सरकार जल्दबाजी में इस तरह की फैसला ले रही है.

ये भी पढ़ें- पीएम को सोनिया का पत्र : गरीबों को मुफ्त अनाज देने की अवधि बढ़ाने की अपील

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कोल ब्लॉक आवंटन पर केंद्र के फैसले को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से झारखंड को सर्वाधिक लाभ मिलेगा. वहीं, हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार को फैसले का स्वागत करने के बजाय विरोध में सुप्रीम कोर्ट जा रही है, यह बात समझ से परे है.

कोल ब्लॉक नीलामी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बीजेपी विधायक दल के नेता आमने-सामने आ गए हैं. सोमवार को पहली बार इस मामले में एक-दूसरे पर सीधा हमला बोला है. सीएम ने प्रोजेक्ट भवन में केंद्र को चेतावनी दी कि राज्य सरकार अपने हक-अधिकार सुनिश्चित करेगी. वहीं, बाबूलाल मरांडी पर तंज कसते हुए कहा कि नया-नया मुल्ला बहुत ज्यादा प्याज खाता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.