रांचीः झारखंड में हुए 34वें राष्ट्रीय खेल में हुए घोटाले मामले में सीबीआई की टीम ने गुरुवार को पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की के ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की है. बंधु तिर्की के मोरहाबादी में दीनदयाल नगर स्थित सरकारी आवास और पंडरा स्थित निजी आवास पर सीबीआई ने कागजात खंगाला. इस छापेमारी के बाद झारखंड की राजनीति गरमा गई है. सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर कार्रवाई की गई है.
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झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता सतीश मुंजनी ने कहा कि मांडर विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के अगले जनता के वोट से पराजित हो चुकी बीजेपी सब तरह का हथकंधा अपना अपना रही है. उन्होंने कहा कि सीबीआई की छापेमारी राजनीति से प्रेरित है और बीजेपी का मंसूबा कामयाब नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बंधु तिर्की पर कई आरोप लगाये गये थे, जो बेबुनियाद साबित हुआ. उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासी और पिछड़ा विरोधी है. यह एक बार फिर साफ हो गया है.
झामुमो केंद्रीय समिति के सदस्य विनोद पांडेय ने कहा कि बंधु तिर्की के आवास पर छापा कोई नई बात नहीं है. जहां जहां गैर बीजेपी की सरकारें हैं, वहां वहां बीजेपी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है. उन्होंने कहा कि सिर्फ झारखंड ही नहीं, बल्कि बंगाल, राजस्थान, तेलंगाना आदि गैर बीजेपी शासित राज्यों में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि सीबीआई और ईडी के बल पर बीजेपी सत्ता पर कब्जा करना चाहती है. लेकिन बीजेपी सफल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि खेल घोटाला का मामला 2011 का है तो उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी. उन्होंने कहा कि कार्रवाई तत्कालीन मुख्यमंत्री पर होनी चाहिये.