रांची: सीपीआई की झारखंड इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन कर मणिपुर की घटना का विरोध जताया है. साथ ही मणिपुर सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. सीपीआई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से अल्बर्ट एक्का चौक तक पैदल मार्च किया और फिर अल्बर्ट एक्का चौक पर पहुंचकर पुतला दहन कर प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का विरोध जताया.
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की झारखंड इकाई के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा कि मणिपुर में जिस तरह से घटना घटी है वह पूरे देश को शर्मसार कर रहा है. पिछले 3 महीनों से मणिपुर जल रहा है, लेकिन केंद्र की सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है. जिस तरह से मणिपुर में महिलाओं को नंगा घुमाया गया है और आए दिन महिलाओं के साथ बदसलूकी की जा रही है, उनकी अस्मत लूटी जा रही है. इससे हमारी देश की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
उन्होंने भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर लगे आरोपों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले सांसदों को परिशय देती है, वो पार्टी मणिपुर में महिलाओं के साथ हो रही कुकर्मों के खिलाफ क्या खड़ी होगी. वहीं उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में गृह युद्ध करवाना चाहती है और अंग्रेजों के डिवाइड एंड रूल पॉलिसी को अपनाकर देश में शासन करना चाहती है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी का यह प्रयास कभी भी संभव नहीं होगा. क्योंकि देश की जनता अब भारतीय जनता पार्टी के झूठे वादे और जुमले को समझ चुकी है. उन्होंने कहा कि सरकार को यदि थोड़ी भी शर्म है तो मणिपुर की भाजपा की सरकार को हटाकर वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाए ताकि लोगों के लिए राज्य में कानून व्यवस्था बनी रहे.