रांची: अखिल भारतीय किसान संघर्ष मोर्चा की ओर से आहूत भारत बंद पर सोमवार को झारखंड के गैर भाजपाई पार्टियों ने अल्बर्ट एक्का चौक पर केंद्र सरकार की नीतियों और तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताया. इस बंद को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने असफल करार दिया है. तो वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि किसानों की हक मारी हो रही है. इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर किसानों ने भरपूर समर्थन किया है.
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केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ गैर भाजपाई दलों ने नारेबजी की और 3 काले कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की. हालांकि झारखंड के गैर भाजपाई दलों द्वारा किसानों के समर्थन में किए गए बंद को झारखंड की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने पूरी तरह से विफल करार दिया है. जबकि झारखंड की सत्ताधारी दल कांग्रेस ने पिछले दिनों इस बंद को सफल बनाने के लिए सभी गैर भाजपाई दलों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की थी और उसी रणनीति के तहत भारत बंद को सफल बनाने के लिए वह सड़क पर उतरे थे और कांग्रेस का मानना है कि बंद सफल रही है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भाजपा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को कभी भी ऐसे मामलों पर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. यह किसान का मामला है. किसान का मामला बहुत महत्वपूर्ण है. जिस तरह से किसानों की हकमारी की जा रही है और पूंजीपतियों के हाथ में सारा सिस्टम जा रहा है. काले कृषि कानून को वापस लेने की बात है. इसको लेकर झारखंड में पूरी तरह से बंद सफल रहा है. झारखंड में किसानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि आज के बंदे से प्रधानमंत्री की कुंभकरण की नींद खुलेगी और किसानों के लिए एक बार फिर से वह सोचने को मजबूर होंगे.