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रांचीः पुलिसकर्मियों ने पोस्टल बैलेट के जरिए किया वोट, दिखा उत्साह

राजधानी रांची में तमाड़ और मांडर विधानसभा में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है, लेकिन पुलिस कर्मी उस वक्त ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. इसलिए उनकी सुविधा के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 3 और 4 दिसंबर को वोट कर सकते हैं. वहीं, पुलिस लाइन में वोट करने पहुंचे पुलिसकर्मियों में खासा उत्साह था.

Policemen vote through postal ballot in Ranchi
पुलिसकर्मियों ने पोस्टल बैलेट के जरिए किया वोट
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Published : Dec 3, 2019, 3:20 PM IST

रांचीः झारखंड के विधानसभा चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को रांची पुलिस लाइन में अपना वोट डाला. सभी पुलिसकर्मियों ने पोस्टल मतदान केंद्र में आकर अपना बहुमूल्य वोट दिया. इस दौरान पुलिसकर्मियों में विशेष उत्साह देखा गया. इनमें अधिकतर पुलिसकर्मी ऐसे थे, जिन्हें अपने अभी तक के करियर में चुनाव ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला.

देखें पूरी खबर

मांडर और तमाड़ के लिए वोटिंग
रांची में पुलिस कर्मियों ने मांडर और तमाड़ विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस लाइन में पोस्टल बैलेट से मतदान किया गया. पुलिस कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से वोट डालने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के सामने हस्ताक्षर किया. वोट को लिफाफे में बंद कर बॉक्स में डाला गया. बता दें कि तमाड़ और मांडर विधानसभा में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है. उस दिन जिले के पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे, उन्हें वोट देने का वक्त नहीं मिलेगा. एआरओ राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में जाने वाले पुलिसकर्मियों के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 3 और 4 दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग कर लें.

ये भी पढ़ें-सरयू राय ने सीएम रघुवर दास पर कसा तंज, कहा- जनता ने गुंडा राज खत्म करने का बना लिया है मन


बैलेट पेपर से मतदान के दौरान वोटिंग के लिए आए पुलिसकर्मी काफी उत्साह है. कई पुलिसकर्मी ऐसे भी थे जिन्हें पुलिस की ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला था. इस दौरान निर्वाचन पदाधिकारी ने भी पुलिस कर्मियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया है कि वह पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोट करें.

क्या है पोस्टल बैलेट
दरअसल पोस्टल बैलट भी बैलेट पेपर की तरह ही होते हैं. इसके जरिए मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करता है।पर यह हर किसी को नहीं मिलते हैं।पोस्टल बैलेट के जरिए वोट देने की सुविधा, चुनाव की ड्यूटी करने वालों और सेना के जवानों को ही मिलती है. पोस्टल बैलेट से वोटिंग करने वालों की संख्या चुनाव आयोग पहले ही निर्धारित कर लेता है. हलांकि झारखंड में इस बार 80 की उम्र पार कर चुके मतदाता भी पोस्टल बैलेट से वोट दे सकेंगे. झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों और दिव्यांग वोटरों को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान में भाग लेने की सुविधा दी जा रही है. चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद फिलहाल झारखंड के 7 विधानसभा क्षेत्रों के दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा दी गई है. यह सुविधा बोकारो, धनबाद, देवघर, राजमहल, पाकुड़, जामताड़ा और गोड्डा के वोटरों को मिलेगी.

रांचीः झारखंड के विधानसभा चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को रांची पुलिस लाइन में अपना वोट डाला. सभी पुलिसकर्मियों ने पोस्टल मतदान केंद्र में आकर अपना बहुमूल्य वोट दिया. इस दौरान पुलिसकर्मियों में विशेष उत्साह देखा गया. इनमें अधिकतर पुलिसकर्मी ऐसे थे, जिन्हें अपने अभी तक के करियर में चुनाव ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला.

देखें पूरी खबर

मांडर और तमाड़ के लिए वोटिंग
रांची में पुलिस कर्मियों ने मांडर और तमाड़ विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस लाइन में पोस्टल बैलेट से मतदान किया गया. पुलिस कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से वोट डालने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के सामने हस्ताक्षर किया. वोट को लिफाफे में बंद कर बॉक्स में डाला गया. बता दें कि तमाड़ और मांडर विधानसभा में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है. उस दिन जिले के पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे, उन्हें वोट देने का वक्त नहीं मिलेगा. एआरओ राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में जाने वाले पुलिसकर्मियों के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 3 और 4 दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग कर लें.

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बैलेट पेपर से मतदान के दौरान वोटिंग के लिए आए पुलिसकर्मी काफी उत्साह है. कई पुलिसकर्मी ऐसे भी थे जिन्हें पुलिस की ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला था. इस दौरान निर्वाचन पदाधिकारी ने भी पुलिस कर्मियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया है कि वह पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोट करें.

क्या है पोस्टल बैलेट
दरअसल पोस्टल बैलट भी बैलेट पेपर की तरह ही होते हैं. इसके जरिए मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करता है।पर यह हर किसी को नहीं मिलते हैं।पोस्टल बैलेट के जरिए वोट देने की सुविधा, चुनाव की ड्यूटी करने वालों और सेना के जवानों को ही मिलती है. पोस्टल बैलेट से वोटिंग करने वालों की संख्या चुनाव आयोग पहले ही निर्धारित कर लेता है. हलांकि झारखंड में इस बार 80 की उम्र पार कर चुके मतदाता भी पोस्टल बैलेट से वोट दे सकेंगे. झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों और दिव्यांग वोटरों को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान में भाग लेने की सुविधा दी जा रही है. चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद फिलहाल झारखंड के 7 विधानसभा क्षेत्रों के दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा दी गई है. यह सुविधा बोकारो, धनबाद, देवघर, राजमहल, पाकुड़, जामताड़ा और गोड्डा के वोटरों को मिलेगी.

Intro:राजधानी में पुलिस कर्मियों ने किया पोस्टल मतदान , दिखा गजब का उत्साह
रांची
झारखंड के विधानसभा चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को रांची पुलिस लाइन में अपना वोट डाला। सभी पुलिसकर्मियों ने पोस्टल मतदान केंद्र में आकर अपना बहुमूल्य वोट दिया ।इस दौरान पुलिसकर्मियों में विशेष उत्साह देखा गया।इनमें अधिकतर पुलिसकर्मी ऐसे थे, जिन्हें अपने अभी तक के करियर में चुनाव ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला।

मांडर - तमाड़ के लिए वोटिंग

रांची में पुलिस कर्मियों ने मांडर व तमाड़ विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस लाइन में पोस्टल बैलेट से मतदान किया। पुलिस कर्मियों ने पोस्टल बैलेट से वोट डालने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के सामने हस्ताक्षर किया। वोट को लिफाफे में बंद कर बॉक्स में डाला। उल्लेखनीय है कि तमाड़ और मांडर विधानसभा में 07 दिसम्बर को वोटिंग होनी है। उस दिन जिले के पुलिस कर्मी ड्यूटी पर रहेंगे, उन्हें वोट देने का वक्त नहीं मिलेगा। एआरओ राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में जाने वाले पुलिसकर्मियों के लिए व्यवस्था की गई है कि वे 03 व 04 दिसम्बर को अपने मताधिकार का प्रयोग कर लें।

उत्साहित दिखे जवान
बैलेट पेपर से मतदान के दौरान वोटिंग के लिए आए पुलिसकर्मी काफी जोश में नजर आएं। कई पुलिसकर्मी ऐसे भी थे जिन्हें पुलिस की ड्यूटी के दौरान पहली बार मतदान करने का मौका मिला था।इस दौरान  निर्वाचन पदाधिकारी ने भी पुलिस कर्मियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया है कि वह पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोट करें।

क्या है पोस्टल बैलेट

दरअसल पोस्टल बैलट भी पेपर्स बैलेट पेपर की तरह ही होते हैं। इसके जरिए मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करता है।पर यह हर किसी को नहीं मिलते हैं।पोस्टल बैलेट के जरिए वोट देने की सुविधा, चुनाव की ड्यूटी करने वालोंं और सेना के जवानों को ही मिलती है। पोस्टल बैलेट से वोटिंग करने वालों की संख्या चुनाव आयोग पहले ही निर्धारित कर लेता है।हलाकि झारखंड में इस बार 80 की उम्र पार कर चुके मतदाता भी पोस्टल बैलेट आए वोट दे सकेंगे। झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों और दिव्यांग वोटरों को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान में भाग लेने की सुविधा दी जा रही है। चुनाव आयोग की स्वीकृति के बाद फिलहाल झारखंड के 7 विधानसभा क्षेत्रों के दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा दी गई है ।यह सुविधा बोकारो, धनबाद, देवघर, राजमहल, पाकुड़, जामताड़ा और गोड्डा के वोटरों को मिलेगी।

बाइट - 1 सुफल महतो ,आरक्षी ,झारखंड पुलिस
बाइट - 2 राजीव कुमार , ARO Body:1Conclusion:2
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