रांची: पुलिस का एक जवान अपनी ड्यूटी को लेकर बुधवार पूरे दिन परेशान रहा. क्योकि उसका एक साथ तीन स्थानों पर ड्यूटी लगा दिया गया था. एक साथ तीन जगह का कमान कटने की वजह से जवान परेशान रहा.
क्या है पूरा मामला: झारखंड में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए 19 मई को मतदान होना है. राजधानी में कांके और बेड़ो जैसे ग्रामीण इलाकों में मतदान होना है. मतदान के दौरान कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए बड़े पैमाने पर पुलिस के जवानों को बूथों पर तैनात किया गया है. इसबीच एक सिपाही को तीन अलग-अलग कमान मिल गए. दो कमान पंडरा स्थित इवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का, जबकि तीसरा कमान कांके स्थित पोलिंग बूथ का मिला. ड्यूटी बंटने के दौरान जब पुलिसकर्मी का नाम बार-बार पुकारा गया तो हैरत में पड़ गए. इसके बाद उन्होंने सार्जेंट मेजर के पास शिकायत की. फिर दो कमान विलोपित किए गए.
दरअसल, आरक्षी 1482 को पहला कमान पंडरा बज्रगृह ईवीएम सुरक्षा को लेकर ड्यूटी कमान दिया गया. दूसरा एक और कमान दूसरी पुलिस पार्टी के साथ दिया गया. ऐसे में दोनों जगहों पर ज्वाइन करना भी मुश्किल था, चूंकि दोनों पुलिस पार्टी के साथ जाने की बाध्यता होती है. दो कमान के टेंशन में थे, इसबीच तीसरा टेंशन सामने आ गया. जब एक और कमान कांके स्थित बूथ का मिला और नाम पुकारा गया, तब वे सार्जेंट मेजर से मिलकर उन्हें जानकारी दी, इसके बाद गलती सुधारा गया. इसके बाद सार्जेंट मेजर अभिनव पाठक की ओर से निर्देश दिया गया कि वैसे पुलिसकर्मियों जिनकी ड्यूटी लग चुकी है, उनके नाम के आगे क्रास चिह्न लगाई जाए. इसके बाद व्यवस्था में सुधार की गई.
दो दिनों के भीतर पांच हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी हुए डिस्पैच: पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए पिछले दो दिनों के भीतर पांच हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी डिस्पैच किए गए. इन्हें स्टैटिक, बाइक दस्ता और पीसीसीपी दस्ते बनाकर डिस्पैच किए गए. संबंधित कलस्टरों में सभी पुलिसकर्मियों ने योगदान दिया. सभी को संबंधित थानों में योगदान देने का निर्देश था. निर्देश के अनुसार सभी पुलिसकर्मियों ने योगदान दिया. सभी पार्टी में पदाधिकारी व सिपाहियों को शामिल कर भेजा गया. ड्यूटी बांटने को लेकर पिछले दो दिन पुलिस लाइन में आपाधापी की स्थिति रही. हर पुलिसकर्मी अपना कमान लेकर आते-जाते दिखे. मेजर ड्यूटी बांटने में लगे रहे. बुधवार की शाम तक सभी पुलिसकर्मी अपने-अपने प्रतिनियुक्ति स्थलों पर योगदान दे दिया.