रांची: लॉकडाउन के दौरान झारखंड के बुजुर्गों को उनकी दवाई को लेकर अब दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. अब उन्हें बस डायल 100 पर कॉल करना होगा और पुलिस उनके घर तक उनकी दवाइयां पहुंचाएगी.
इस संबंध में झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने आदेश जारी कर दिया है. डीजीपी के जरिए जारी पत्र में जिक्र है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से झारखंड में लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान सार्वजनिक वाहनों का परिचालन बंद होने के कारण विभिन्न क्षेत्रों से ऐसी सूचनाएं प्राप्त हुईं हैं कि बुजुर्ग पुरुष और महिलाएं, साथ ही वो दंपत्ति जिनके पुत्र-संबंधी साथ में नहीं रहते हैं या लॉकडाउन के कारण साथ नहीं है, वे बीमारी की हालत में आकस्मिक चिकित्सा सुविधा और दवा प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं.
ऐसी स्थिति में झारखंड पुलिस उन सभी बुजुर्गों के साथ है और अब उन्हें झारखंड पुलिस डायल 100 कर दवाइयों से जुड़ी जानकारी देनी होगी. जिन दवाइयों की उन्हें जरूरत होगी वह पुलिस वाले उनके पास पहुंचा देंगे.
आकस्मिक स्थिति होने पर पुलिस वाले अपने वाहन से बुजुर्गों को अस्पताल या फिर डॉक्टर के पास ले जायेंगे, यदि इन बुजुर्गों को कोई दवा की जरूरत हो और वे अपने अगल-बगल के स्थान से खुद खरीदने में सक्षम नहीं है, तो पुलिस दवा खरीदकर उसका भुगतान कर बिल के साथ बुजुर्ग के पास दवा पहुंचा देगी.
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यह सुविधा सिर्फ उन बुजुर्गों के लिए ही है जो अकेले रहते हैं और शारीरिक रूप से अपने घर से निकलने में सक्षम नहीं है. इस संबंध में झारखंड के डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर उन्हें इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी करने का आदेश दिया है.
डीजीपी ने झारखंड के प्रेस और मीडिया के साथियों से भी अपील की है कि अगर उनके पास किसी भी बुजुर्ग के बीमार होने की सूचना हो या फिर उन्हें किसी तरह की जरूरत की सूचना हो तो वह भी डायल 100 पर सूचना देकर उनकी मदद कर सकते हैं. बुजुर्गों के लिए यह सुविधा लॉकडाउन की पूरी अवधि तक कायम रहेगी.