रांचीः राज्यसभा चुनाव 2016 में हुई गड़बड़ी मामले की जांच तेज हो गई है. इस मामले में मंगलवार को पुलिस की टीम ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, विधायक प्रदीप यादव और झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा से अलग-अलग पूछताछ की है.
कई सवाल पूछे गए
मिली जानकारी के अनुसार मामले के अनुसंधानकर्ता जगन्नाथपुर थाने के इंस्पेक्टर अभय कुमार सिंह ने बाबूलाल मरांडी , चमरा लिंडा और प्रदीप यादव से अलग-अलग स्थानों पर जाकर पूछताछ की.
राज्य सभा चुनाव के दौरान तीनों की ही भूमिका अलग- अलग थी. इस दौरान पुलिस ने बाबूलाल मरांडी से यह सवाल किया कि उन्होंने मीडिया के सामने एक सीडी लायी थी जिसमें खरीद-फरोख्त संबंधी बातचीत का ऑडियो था. उसी सीडी से यह मामला खुला था.
इस दौरान बाबूलाल मरांडी से पूछा गया कि उन्हें रिकॉर्डिंग कहां से मिली थी , किसने दी थी और क्यों दी थी. इस सवाल के जवाब में बाबूलाल मरांडी ने बताया है कि वह रिकॉर्डिंग उन्हें पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने दी था.
इसी मामले को लेकर प्रदीप यादव और चमरा लिंडा से भी पुलिस ने पूछताछ की है. राज्यसभा चुनाव के दौरान चमरा लिंडा ने मतदान नहीं किया था उस दौरान अस्पताल में भर्ती हो गए थे. इस बाबत बाबत भी चमरा लिंडा से पूछताछ की गई है.
बाबूलाल मरांडी ने जारी की थी सीडी
2016 के राज्यसभा चुनाव में गड़बड़ी को लेकर तत्कालीन झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ( अब भाजपा विधायक दल के नेता) ने एक सीडी जारी की थी.
मरांडी द्वारा जारी किए गए सीडी में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ,तत्कलीन एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता और प्रेस सलाहकार अजय कुमार के साथ कांग्रेस के तत्कालीन विधायक योगेंद्र महतो की बातचीत रिकार्ड थी .
उस दौरान तत्कालीन झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रदीप यादव ने भी राज्यसभा चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जताई थी. उस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा भी मतदान नहीं कर पाए थे.
49 बिंदुओं पर जांच के आदेश
राज्य सभा चुनाव 2016 में गड़बड़ी मामले से जुड़ा मूल यंत्र अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है. इस मामले में अनुसंधानकर्ता अभय कुमार सिंह को निर्देश दिया गया है कि वे मूल यंत्र प्राप्त करने का प्रयास करें .
साथ ही इस मामले में सीआईडी द्वारा समीक्षा के बाद जो निर्देश दिए गए थे उनका पालन करें. सीआईडी की समीक्षा के बाद 49 बिंदुओं पर जांच के आदेश केस के अनुसंधानक को दिया गया था.
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योगेंद्र साव और निर्मला देवी के बयान हो चुके हैं दर्ज राज्यसभा सभा चुनाव 2016 में जगन्नाथपुर पुलिस ने इसी महीने बड़कागांव की पूर्व विधायक निर्मला देवी का बयान दर्ज कर लिया. अनुसंधानक अभय कुमार सिंह ने रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार जाकर पूर्व मंत्री योगेंद्र साव का भी बयान दर्ज कराया था.
दोनों ने अपने बयान में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, तत्कालीन एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता और तत्कालीन मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अजय कुमार पर कई आरोप लगाए हैं.
एडीजी के आदेश के बाद हो रही जांच
सीआईडी एडीजी अनिल पल्टा द्वारा केस की समीक्षा के बाद रांची डीआईजी अखिलेश कुमार झा ने 49 बिंदुओं पर जांच का आदेश दिया था. इसके बाद जगन्नाथपुर पुलिस ने नए सिरे से केस में अनुसंधान शुरू किया है.