रांची: पुलिस की सतर्कता से रांची के एक जमीन कारोबारी की जान बच गई. पुलिस ने कारोबारी की हत्या की प्लानिंग कर रहे दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, पुलिस ने कोबरा गैंग के नाम पर रांची के चार जमीन कारोबारी से रंगदारी मांगने वाले मामले का पटाक्षेप कर दिया है. जमीन विवाद को लेकर ही चारों जमीन कारोबारी से रंगदारी मांगी गई थी और एक के यहां बम से हमला भी किया गया था. इस मामले में शामिल दो अपराधियों हेमंत सिंह और पंकज उरांव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हेमंत के पास से एक देशी पिस्टल भी बरामद किया गया है. पुलिस अगर हेमंत सिंह को गिरफ्तार नहीं करती तो वह कुछ ही दिनों में जमीन कारोबारी मोहन शर्मा की हत्या कर देता. हत्या की प्लानिंग के तहत हेमंत कई दिनों से मोहन शर्मा के घर की रेकी भी कर रहा था.
चाचा सुनील के इशारे पर कर रहा था काम: गिरफ्तारी के बाद हेमंत ने पुलिस को यह बताया है कि वह अपने चाचा सुनील सिंह के इशारे पर मोहन शर्मा को मारने की प्लानिंग बना रहा था. हेमंत के अनुसार उसके चाचा सुनील सिंह एक जमीन कारोबारी हैं. उनका जमीन को लेकर अपने ही पार्टनर राजेश महतो, हीरालाल साहू और मोहन शर्मा के साथ विवाद चल रहा था. पहले चारों एक साथ काम किया करते थे, लेकिन एक जमीन की डील के दौरान सुनील सिंह को अलग कर दिया गया. उसके बाद से ही सुनील सिंह ने अपने तीनो पार्टनर के खिलाफ अदावत पाल ली थी, खासकर मोहन शर्मा को लेकर वह ज्यादा ही गुस्से में थे. मोहन शर्मा से ही बदला लेने के लिए उन्होंने अपने भतीजे हेमंत सिंह को बिहार के औरंगाबाद से बुलाया और उसे मोहन सिंह के पीछे लगा दिया.
हेमंत ने पवन के साथ मिलकर धमकी दी: हेमंत ने रांची आने के बाद अपने साथ एक और अपराधकर्मी पवन को अपने साथ जोड़ लिया. दोनो ने सुनील सिंह के द्वारा उपलब्ध करवाए गए फर्जी सिम से तीनों जमीन कारोबारियो को कोबरा गैंग के नाम से धमकी दी और सभी से एक-एक करोड़ रुपये मांगे. जब कारोबारियो ने उन्हें हल्के में लिया, तब पवन ने 30 दिसंबर को मोहन शर्मा के घर पर जाकर बम भी फेंका.
सुनील ने कहा-जान से मार दो: घर पर बम से हमला करने के बाद भी जब रंगदारी के पैसे नहीं मिले, तब सुनील ने हेमंत को यह कहा कि मोहन शर्मा की हत्या करना ही ज्यादा जरूरी है. इसके बाद हेमंत ने एक देशी पिस्तौल का जुगाड़ किया और पुंदाग में वह मोहन की हत्या के लिए रेकी करने लगा.उसकी पिस्टल पकड़ी ना जाए इसलिए वह बाइक का इस्तेमाल नहीं किया करता था. बल्कि इधर-उधर आने-जाने के लिए ऑटो का इस्तेमाल करता था. वहीं दूसरी तरफ एक साथ चार कारोबारी को धमकी मिलने की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया था और टेक्निकल सेल की सहायता से हेमंत और पवन को धर दबोचा गया.
सुनील की तलाश: हेमंत और पवन की गिरफ्तारी के बाद मुख्य साजिश करता सुनील सिंह फरार है. रांची पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है. रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि पुलिस की सतर्कता की वजह से एक बड़ी वारदात को टाल दिया गया है. सुनील सिंह की तलाश की जा रही है, जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में होगा.
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