रांचीः झारखंड गुरुवार को बच्चों को निमोनिया से बचाने की वैक्सीन लॉन्च करने वाला देश का छठा राज्य बन गया. राज्य के डेढ़ माह, साढ़े तीन माह और नौ माह के बच्चों को यह वैक्सीन लगाई जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने गुरुवार को झारखंड में पहली बार निमोनिया के बचाव के लिए पीसीवी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. इस अवसर पर अनन्या को पहला टीका लगाया गया. बच्ची के साथ उसकी मां नेहा उपस्थित रहीं और टीका सहिया दीदी रंजना चौधरी ने लगाया.
ये भी पढ़ें-आयुष्मान भारत योजना से कोरोना संक्रमितों को लाभ दिलाने में झारखंड अव्वलः बन्ना गुप्ता
केंद्र सरकार से मिली है 72 हजार वैक्सीन
झारखंड राज्य को केंद्र सरकार ने 72 हजार न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV) मुहैया कराई है. पीसीवी झारखंड में टीकाकरण अभियान का 12वां टीका होगा जो नवजात को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क लगाया जाएगा. टीबी, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनस, खसरा, HIB(Haemophilus influenzae type b), रूबेला, जापानी इंसेफलाइटिस और रोटा वायरस के बाद PCV को रूटीन इम्यूनाइजेशन कार्यक्रम में शामिल किया गया है.
क्या है निमोनिया
चिकित्सकों का कहना है कि निमोनिया फेफड़े में सूजन वाली एक परिस्थिति है. जिससे फेफड़े की कार्य क्षमता प्रभावित होती है. इससे खून में जरूरी ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता. इसकी वजह बैक्टीरिया, वायरस और फंगस हो सकते हैं.
क्या हैं प्रमुख लक्षण
निमोनिया के प्रमुख लक्षण संक्रमित में खांसी, सीने में दर्द, बुखार और सांस लेने में कठिनाई का होना है. निमोनिया का पता लगाने के लिए एक्स रे और बलगम कल्चर जांच की जाती है.
PCV टीका लॉन्च करने वाला देश का छठा राज्य बना झारखंड
इससे बचाव के लिए झारखंड समेत पूरे देश में बच्चों को पीसीवी का टीका लगाया जाने वाला है, जिसे आज झारखंड में लॉन्च किया गया. इसी के साथ झारखंड PCV टीका लॉन्च करने वाला देश का छठा राज्य बन गया है.
आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचे, इसके लिए प्रयास जारी : बन्ना गुप्ता
रांचीः पीसीवी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार सीमित संसाधनों में भी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का लाभ झारखंड की जनता को देने का प्रयास कर रही है. राज्य की जनता का हक है कि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिले इसके लिए सरकार भी संकल्पित है और प्रयास कर रही है कि सुदूर ग्रामीण इलाकों के अंतिम परिवार के अंतिम व्यक्ति तक लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई जा सके. उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों से झारखंड कुछ कार्यक्रमों में राष्ट्रीय औसत से आगे है तो कुछ को समकक्ष लाने के प्रयास जारी हैं.
कोरोना से राहत दिलाने की भी संभावनाः डॉ. विकास
वहीं रिम्स के डॉ. विकास का कहना है कि यह कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद होने वाले खतरे को भी कम करेगा. रिम्स के डॉक्टर विकास का कहना है कि पीसीवी वैक्सीन न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से बचाव करता है पर US की एक प्रतिष्ठित जर्नल की रिपोर्ट और स्टडी बताती है कि कोरोना संक्रमण के बाद होने वाली फेफड़े के संक्रमण से भी बचाव करती है और दवाओं का अच्छा असर होता है पर यह एक स्टडी रिपोर्ट मात्र है.