रांची: झारखंड में ईडी की कार्रवाई के बाद सियासी गलियारे में घमासान मचा हुआ है. हेमंत सरकार अपने बचाव के लिए तमाम रास्ते तैयार कर रही है. गांडेय सीट को खाली कराना इसी तैयारी का एक हिस्सा माना जा रहा है. इस बीच जानकारी मिल रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह झारखंड के दौरे पर आ सकते हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक 13 जनवरी को उनके धनबाद आने की चर्चा चल रही है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर पीएम मोदी का कार्यक्रम क्या है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उनके आगमन और तैयारियों को लेकर मंथन भी शुरु कर दिया है.
पिछले कुछ दिनों से झारखंड में जिस तरह का सियासी तूफान उठा है, उस माहौल में पीएम के झारखंड दौर से कयासों का बाजार गर्म हो गया है. क्योंकि दो माह के भीतर पीएम मोदी का यह दूसरा झारखंड दौरा होगा. पिछले साल जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर पीएम मोदी 14 नवंबर को रांची आए थे. उन्होंने राजभवन में रात्रि विश्राम किया था. उनके एयरपोर्ट से राजभवन जाने के दौरान तमाम चौक चौराहों पर लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया था.
अगले दिन 15 नवंबर (राज्य स्थापना दिवस) को वह खूंटी के उलिहातू स्थित भगवान बिरसा मुंडी की जन्मस्थली गये थे. वहां उन्होंने बिरसा मुंडा के वंशजों से सीधी बात भी की थी. बाद में खूंटी आकर उन्होंने आदिम जनजाति के लिए 24 हजार करोड़ की 'पीएम जनमन जनजाति न्याय महाअभियान' और विकसित भारत संकल्प यात्रा नाम से दो राष्ट्रीय स्तर के अभियान की शुरुआत की थी. उन्होंने चार अमृत स्तंभ का जिक्र किया था. महिलाएं,माताओं और बहनों को पहला अमृत स्तंभ, किसान और पशुपालक को दूसरा अमृत स्तंभ, युवाओं को तीसरा और मध्यवर्ग, गरीब को चौथा अमृत स्तंभ बताते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि इन स्तंभों को मजबूत करेंगे. इससे विकसित भारत की इमारत उतनी ही मजबूत होगी. उनका यह दौरा तब हुआ था जब मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में विधानसभा चुनाव चल रहे थे.
पीएम मोदी के संभावित दौरे को लेकर प्रदेश भाजपा के कई नेताओं से संपर्क किया गया. ज्यादातर नेताओं ने भी यही कहा कि उनके पास भी इतनी ही जानकारी है. लेकिन वजह और वक्त से जुड़े सवाल पर नेताओं ने हाथ खड़े कर दिये.
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