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वर्चस्व की लड़ाई में मारे गए राजेश और संदीप, पीएलएफआई उग्रवादियों का है दोहरे हत्याकांड में हाथ

रांची के लापुंग थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस को कई सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि वर्चस्व की लड़ाई को लेकर राजेश और संदीप की हत्या की गई है. इस वारदात को पीएलएफआई उग्रवादियों ने अंजाम दिया है. Ranchi Lapung double murder case

Ranchi Lapung double murder case
Ranchi Lapung
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 7, 2023, 4:27 PM IST

पीएलएफआई उग्रवादियों का है दोहरे हत्याकांड में हाथ

रांची: राजधानी के लापुंग थाना क्षेत्र में 29 सितंबर को हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल अपराधी अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. लापुंग के हुलसु गांव में राजेश साहू और संदीप नाम के दो युवकों की एके 47 राइफल से गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. पुलिस की जांच में इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने में पीएलएफआई उग्रवादियों के हाथ सामने आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: Ranchi News: रांची में डबल मर्डर केस में पुलिस की लापरवाही उजागर, लालपुर थाना प्रभारी और टीओपी प्रभारी निलंबित

अमृत होरो दस्ते ने दिया हत्याकांड को अंजाम: रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि लापुंग के हुलसू गांव में राजेश साहु और संदीप की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि पीएलएफआई उग्रवादी अमृत होरो के द्वारा ही संदीप और राजेश को गोली मारी गई थी. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का बेहद करीबी मार्टिन केरकेट्टा, अमृत होरो, दुर्गा सिंह, कोरिया टोपनो, फिल्टर और मृतक राजेश साहू के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी वर्चस्व की लड़ाई में ही राजेश और उसके मित्र संदीप की गोली मारकर हत्या की गई है.

राजेश का भी रहा है पीएलएफआई से पूर्व में संबंध: रांची एसएसपी के अनुसार, पुलिस की जांच में एक अपुष्ट सूचना मिल रही है कि मृतक राजेश का भी पीएलएफआई संगठन से लिंक जुड़ा हुआ था. संगठन और मृतक के बीच पैसे को लेकर कुछ विवाद चल रहा था. इसको लेकर संगठन ने कई बार राजेश को चेतावनी भी दी थी, लेकिन वह नहीं माना, जिसके बाद संगठन की तरफ से हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया.

एके-47 से 20 राउंड हुई थी फायरिंग: 29 सितंबर की रात 12 बजे लापुंग थाना क्षेत्र के हुलसु गांव में बाइक सवार अपराधियों ने राजेश और संदीप को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस दौरान एके-47 से अपराधियों ने करीब 20 राउंड फायरिंग की थी. गोलीबारी की घटना में चार गोली लगने से राजेश की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि संदीप को दो गोली लगी थी. आनन-फानन में संदीप को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीते सोमवार को इलाज के दौरान संदीप की भी मौत हो गई.

उग्रवादियों की तलाश में चलाया जा रहा सर्च अभियान: दोहरे हत्याकांड में शामिल उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए रांची के लापुंग और उसके आसपास के इलाको में झारखंड जगुआर के साथ मिलकर रांची पुलिस अभियान भी चला रही है. लेकिन लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. रांची पुलिस का दावा है कि जल्द दोहरे हत्याकांड में शामिल उग्रवादी धर दबोचे जाएंगे. रांची पुलिस की टीम ने झारखंड जगुआर के जवान को लेकर लापुंग के जंगलों में बीते सोमवार की रात सर्च अभियान चलाया. रातभर चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली, बताया जा रहा है कि सर्च अभियान की खबर उग्रवादियों को पहले ही मिल चुकी थी. इस वजह से वह पुलिस के आने से पहले ही फरार हो गए.

पीएलएफआई उग्रवादियों का है दोहरे हत्याकांड में हाथ

रांची: राजधानी के लापुंग थाना क्षेत्र में 29 सितंबर को हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल अपराधी अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. लापुंग के हुलसु गांव में राजेश साहू और संदीप नाम के दो युवकों की एके 47 राइफल से गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. पुलिस की जांच में इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने में पीएलएफआई उग्रवादियों के हाथ सामने आ रहे हैं.

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अमृत होरो दस्ते ने दिया हत्याकांड को अंजाम: रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि लापुंग के हुलसू गांव में राजेश साहु और संदीप की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि पीएलएफआई उग्रवादी अमृत होरो के द्वारा ही संदीप और राजेश को गोली मारी गई थी. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का बेहद करीबी मार्टिन केरकेट्टा, अमृत होरो, दुर्गा सिंह, कोरिया टोपनो, फिल्टर और मृतक राजेश साहू के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी वर्चस्व की लड़ाई में ही राजेश और उसके मित्र संदीप की गोली मारकर हत्या की गई है.

राजेश का भी रहा है पीएलएफआई से पूर्व में संबंध: रांची एसएसपी के अनुसार, पुलिस की जांच में एक अपुष्ट सूचना मिल रही है कि मृतक राजेश का भी पीएलएफआई संगठन से लिंक जुड़ा हुआ था. संगठन और मृतक के बीच पैसे को लेकर कुछ विवाद चल रहा था. इसको लेकर संगठन ने कई बार राजेश को चेतावनी भी दी थी, लेकिन वह नहीं माना, जिसके बाद संगठन की तरफ से हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया.

एके-47 से 20 राउंड हुई थी फायरिंग: 29 सितंबर की रात 12 बजे लापुंग थाना क्षेत्र के हुलसु गांव में बाइक सवार अपराधियों ने राजेश और संदीप को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस दौरान एके-47 से अपराधियों ने करीब 20 राउंड फायरिंग की थी. गोलीबारी की घटना में चार गोली लगने से राजेश की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि संदीप को दो गोली लगी थी. आनन-फानन में संदीप को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीते सोमवार को इलाज के दौरान संदीप की भी मौत हो गई.

उग्रवादियों की तलाश में चलाया जा रहा सर्च अभियान: दोहरे हत्याकांड में शामिल उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए रांची के लापुंग और उसके आसपास के इलाको में झारखंड जगुआर के साथ मिलकर रांची पुलिस अभियान भी चला रही है. लेकिन लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. रांची पुलिस का दावा है कि जल्द दोहरे हत्याकांड में शामिल उग्रवादी धर दबोचे जाएंगे. रांची पुलिस की टीम ने झारखंड जगुआर के जवान को लेकर लापुंग के जंगलों में बीते सोमवार की रात सर्च अभियान चलाया. रातभर चलाए गए अभियान के दौरान पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली, बताया जा रहा है कि सर्च अभियान की खबर उग्रवादियों को पहले ही मिल चुकी थी. इस वजह से वह पुलिस के आने से पहले ही फरार हो गए.

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