रांची: राज्य में गंभीर और असाध्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए हेमंत सोरेन की सरकार एक बड़ी राहत देने की योजना पर आगे बढ़ रही है. इसके तहत गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अभी तक मिल रही पांच लाख की राशि को बढ़ा कर 10 लाख किया जाएगा (Planing to increase Relief amount). राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की मानें तो इस योजना पर वित्त विभाग और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव की भी सहमति मिल गयी है. कैबिनेट में इस प्रस्ताव को लाये जाने की संभावना है.
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मिलेगी 10 लाख तक की सहायता राशि: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कैंसर, किडनी रोग, लीवर डिजीज सहित कई तरह की जटिल और गंभीर बीमारियों के इलाज में लोग आर्थिक रूप से टूट जाते हैं. ऐसे में सरकार इन बीमारियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत 5 लाख तक की सहायता ( Relief amount in Mukhyamantri Gambhir Bimari Yojna Jharkhand) देती है. अब इस राशि को बढ़ा कर 10 लाख करने का प्रस्ताव है. ताकि महंगी चिकित्सा सेवा में पैसे के अभाव के कारण किसी भी गरीब या मध्यमवर्गीय परिवार के बीमार सदस्य का इलाज बाधित न हो. हालांकि, इस योजना के दायरे में वैसे परिवार ही आएंगे जिनकी वार्षिक आय 8 लाख रुपये तक है.
योजना लेने की प्रक्रिया को सरल बनाएगी सरकार: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत न सिर्फ राशि को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जा रहा है बल्कि इसे आसान भी बनाया जा रहा है. जिले के सिविल सर्जन ही रोगियों या उनके परिजन के आवेदन पर सक्षम निर्णय लेने के अधिकारी होंगे. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग का एक ही लक्ष्य है कि राज्य के हर एक व्यक्ति को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा बिना परेशानी के उपलब्ध हो.
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में है मदद का प्रावधान: रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि वर्तमान में किडनी रोग, लीवर डिजीज, कैंसर के लिए 5 लाख और एसिड बर्न के मामलों में मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत असीमित सहायता राशि का प्रावधान है. सरकार इसमें दिल की बीमारी और थैलेसीमिया मरीजों के बोन मैरो ट्रांसप्लांट को भी जोड़ने की योजना पर काम कर रही है.