रांची: वर्ष 2021 में जब से कोरोना के मामले आना कम हुए हैं तब से लोगों में कोरोना का खौफ भी कम हो गया है. जिसका जीता जागता सबूत राजधानी के विभिन्न बस स्टैंडों पर देखने को मिल रहा है. बात करें राजधानी के खाद्यगढ़ा और आईटीआई बस स्टैंड की तो यहां पर आने जाने वाले यात्री बेखौफ होकर कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं.
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लोग प्रशासन की बातों को कर रहे अनसुना
आईटीआई बस स्टैंड के ठेकेदार राहुल तिवारी बताते हैं कि देश में कोरोना वैक्सीन के आने के बाद से लोग बेखौफ हो गए हैं. बस स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारियों की ओर से बीच-बीच में लोगों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दिशा निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन लोग बेखौफ होकर बातों को अनसुना कर देते हैं. उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से भी अब कोई कड़ाई नहीं बरती जाती है, इसलिए लोगों के मन में खौफ खत्म हो गया है.
बस स्टैंड पर हजारों यात्रियों का आना-जाना
राजधानी से प्रतिदिन हजारों बसें दूसरे राज्य और अन्य जिलों के लिए चलती हैं. सभी बस स्टैंड पर हजारों यात्रियों का आना-जाना होता है. ऐसे में संक्रमण का खतरा बस स्टैंड जैसी जगहों पर ज्यादा है. इसके बावजूद भी लोग कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं.
ईटीवी की टीम ने जब बस स्टैंड पर बिना मास्क के घूम रहे यात्रियों की तस्वीर कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो लोग कैमरे को देख मास्क पहनने लगे. एक यात्री ने कहा कि जब तक वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाती, तब तक यात्रियों और बस स्टैंड पर काम करने वाले लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए, लेकिन बस स्टैंड पर ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है.
सामाजिक दायित्व को होगा समझना
वहीं इसको लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से लोगों को प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. वर्तमान में रोड सेफ्टी सप्ताह भी चल रहा है. इस कार्यक्रम के दौरना भी लोगों को कोविड-19 नियमावली का पालन करने के लिए दिशा निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन जरूरी है कि लोग भी इसे अपना सामाजिक दायित्व समझें और खुद भी अपने बचाव के लिए कोरोना से बचने वाले नियमों का पालन करें.