रांची: कोरोना महामारी के कारण झारखंड में अब तक 1261 लोगों की जान जा चूकी है और यह सिलसिला अभी जारी है. बिकराल रूप ले चूके कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा राजधानी रांची के लोगों को अपनी चपेट में लिया है. रांची के लोग सबसे अधिक जागरूक और पढे लिखे हैं. सारी सुविधाओं के बाबजूद कोरोना को रोकने में राजधानी अब तक फेल रहा है.
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झारखंड में कोरोना का 17155 एक्टिव केस है, जिसमें सबसे ज्यादा रांची में 7587 केस है. केसों के बढ़ने का कारण कहीं न कहीं कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करना माना जा रहा है. इन सबके बीच देर से ही सही अब राजधानी के लोग कोरोना से बचाव के लिए जागरूक हो रहे हैं. बेवजह लोग अब बाजार नहीं जा रहे हैं. आवश्यक कार्यों से घर के बाहर निकलने को मजबूर लोगों को मास्क लगाकर ही सड़कों पर देखा जा रहा है. सड़कों पर इस वजह से ट्रैफिक कम है और लोग कोरोना के भय से कहीं न कहीं घर में ही रहना पसंद कर रहे हैं.
राज्य सरकार ने लगा दिया है 144
कोरोना संक्रमण के कारण राज्य सरकार ने एक स्थान पर 5 से ज्यादा लोगों के जमावड़ा पर प्रतिबंध लगा दिया है. राज्य सरकार के इस निर्देश का पालन कराने के लिए जिला प्रशासन की सख्ती अब रंग लाने लगी है. राजधानी के सबसे प्रमुख चौराहा में से एक रातू रोड चौराहा जहां देर शाम तक भीड़ लगी रहती है, गुरुवार को उस चौराहा पर कोरोना के कारण बहुत कम भीड़ देखने को मिली. रातू रोड चौक का जायजा लिया ईटीवी भारत के संवाददाता भुवन किशोर झा ने.