रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार अभी थम सी गई है. इस वर्ष 08 जनवरी को एक दिन में सबसे ज्यादा 5,081 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद 12 जनवरी को 4,753 नए केस मिले थे तो 16 जनवरी से यह आंकड़ा तीन हजार के नीचे ही चल रहा है. वहीं, बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित के ठीक होने की वजह से एक्टिव केस की संख्या जो एक समय में बढ़कर 33,189 हो गई थी, वह भी अब घटकर 25,578 रह गई है.
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कोरोना की तीसरी लहर का पीक: कोरोना वायरस की पहली लहर से लेकर अबतक कोविड पर नजदीक से नजर रखने और बड़ी संख्या में रिम्स के कोरोना सेंटर में मरीजों का इलाज करने वाले पीएसएम विभाग के डॉ देवेश कहते हैं कि पिछले 08 दिनों का ट्रेंड यह बता रहा है कि झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर का पीक जा चुका है. उन्होंने कहा कि फरवरी महीने के पहले वीक तक संक्रमण की स्थिति सामान्य हो जाएगी.
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रांची के कोरोना टेस्टिंग के नोडल मेडिकल अफसर और झासा के प्रदेश सचिव डॉ बिमलेश सिंह का आकलन भी रिम्स के डॉ देवेश की तरह ही है. राज्य के ज्यादातर जिलों में घट रही पॉजिटिविटी रेट (PR) और बड़ी संख्या में ठीक हो रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या के विश्लेषण के आधार पर डॉ बिमलेश सिंह कहते हैं कि अगर कोई नए वेरिएट ऑफ कंसर्न नहीं आया तो संभव है कि 7 फरवरी तक राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति फिर दिसंबर की शुरुआती दिनों वाली हो जाए. जब गिनती के कोरोना संक्रमित राज्य में बचे थे. एक दिसंबर 2021 को राज्य में कोरोना के महज 94 एक्टिव केस थे. डॉ बिमलेश के अनुसार 7 फरवरी तक उसी तरह की सामान्य स्थिति हो जाएगी. क्योंकि उनके अनुसार झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर का पीक आकर चला गया है.