रांची: साल 2016 में झारखंड स्थापना दिवस समारोह के दौरान टॉफी-टीशर्ट वितरण में हुई अनियमितता मामले में प्रीलिमिनरी इंक्वायरी (पीई) दर्ज कर ली गई है. एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau ACB) में प्रीलिमिनरी इंक्वायरी दर्ज होने के बाद जांच की जिम्मेदारी डीएसपी स्तर के अधिकारी को दी गई है. विधायक सरयू राय की शिकायत पर पूरे मामले में सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने एसीबी जांच के आदेश दिए थे.
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सीएम को मिली थी शिकायत: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिली थी कि साल 2016 में झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह के लिए उपयोग में लाए जाने वाले सामग्री एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में गड़बड़ी हुई है. मामले को लेकर विधायक सरयू राय ने भी 4 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर सुनियोजित साजिश का आरोप लगाया था और पूरे मामले की जांच की मांग की थी. पत्र में सरयू राय ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर कई तरह के आरोप लगाए थे. विधायक सरयू राय के अनुसार रघुवर दास ने 2016 के राज्य स्थापना दिवस समारोह की आड़ में सरकारी धन से निजी कार्यक्रम में हुए खर्च का भुगतान कराया है. सरयू राय ने इसे राज्य को बदनाम करने वाला घोटाला बताते हुए पूरे मामले की एसीबी या सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि सीबीआई से जांच इसलिए कराई जा सकती है क्योंकि टीशर्ट की खरीद का मामला दो राज्यों झारखंड और पंजाब से जुड़ा है. हालांकि एसीबी ने पीई में किसी को नामजद आरोपी नहीं बनाया है.
एक दिन में पांच लाख बच्चों को टॉफी-टीशर्ट वितरण पर सवाल: सरयू राय के आरोप के मुताबिक तत्कालीन सरकार ने समय के अभाव की बात कह कर स्थापना दिवस समारोह 2016 की सुबह प्रभात फेरी में शामिल होने वाले बच्चों को देने के लिए टॉफी-टीशर्ट बिना निविदा निकाले मनोनयन के आधार पर खरीदा था. महालेखाकार की ओर से हाईकोर्ट को बताया जा चुका है कि टॉफी-टीशर्ट वितरण में गड़बड़ी हुई है.
सरकार ने पांच लाख स्कूली बच्चों के बीच टॉफी-टीशर्ट वितरण एक ही दिन में कर दिया था. एक दिन में इतने बच्चों को टीशर्ट का वितरण करना संभव नहीं है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि वर्ष 2016-17 में लाला इंटरप्राइजेज ने न तो टॉफी खरीदा और न ही बेचा, जबकि स्थापना दिवस पर खरीदारी लाला इंटरप्राइजेज से ही दिखाई गई है. इसे लेकर यह आरोप है कि एक साजिश के तहत सरकार से 35 लाख रुपये का चेक ले लिया गया और उसपर बिक्री कर लगभग चार लाख रुपये भुगतान भी कर दिया गया. मामले में वाणिज्यकर विभाग ने बाद में लाला इंटरप्राइेज पर 17 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी लगाया.
रांची डीसी कार्यालय के आदेश पर हुई थी खरीद: झारखंड स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए टीशर्ट और टॉफी की खरीद रांची डीसी कार्यालय के आदेश पर की गई थी. पैसे का भुगतान भी डीसी कार्यालय की ओर से किया गया था. राज्य सरकार ने विधानसभा में इस संबंध में जानकारी दी थी.