रांची: ऐसा लगता है कोरोना की वजह से इंसान कम इंसानियत ज्यादा मर रही है. इसका जीता जागता प्रमाण शनिवार को रांची के सदर अस्पताल में देखने को मिला. हटिया के रहने वाले सुरेंद्र शर्मा की तबीयत शनिवार सुबह अचानक खराब होने लगी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में रांची के सदर अस्पताल लाया गया. यहां पर किसी डॉक्टर ने उन्हें हाथ तक नहीं लगाया और तड़प-तड़पकर उनकी मौत हो गई. परिजन डॉक्टर से मिन्नत करते रहे लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें देखा तक नहीं.
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डॉक्टर से गुहार लगाता रहा बेटा- लेकिन किसी ने नहीं देखा
मृतक के पुत्र राजीव शर्मा ने बताया कि सुबह से वो डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़ते रहे कि एक बार पिताजी को देख लीजिए. डॉक्टरों ने कहा कि पहले बेड पर भर्ती कराइए फिर इलाज हो पाएगा. राजीव ने पिता को जमीन पर ही लेटा दिया और बेड के लिए कई जगह गुहार लगाई लेकिन बेड नहीं मिला. बेड नहीं मिलने के बाद परिजनों ने फिर डॉक्टर से गुहार लगाई. डॉक्टरों से कहा कि बेड नहीं मिल रहा है, डॉक्टरों ने कोई ध्यान नहीं दिया. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते एक और मरीज ने दम तोड़ दिया.
मरीज की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने डॉक्टर से संपर्क करने की कोशिश लेकिन नहीं हो सका.