रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाजरत एक मरीज ने सोमवार को अहले सुबह खुदकुशी कर ली है. मरीज लक्ष्मण राम (45) न्यूरोलॉजी विभाग में इलाजरत था. वहीं उसकी आत्महत्या की खबर मिलते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई.
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पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुटीः जानकारी मिलते ही रिम्स अस्पताल के वरीय अधिकारी, तमाम डॉक्टर और अस्पताल के कर्मी मौके पर पहुंच गए. मामले की सूचना बरियातू थाना पुलिस को दी गई. इसके बाद मरीज के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजा गया. वहीं पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.
आत्महत्या के कारणों का अब तक नहीं चल सका पताः हालांकि अब तक मरीज की आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल सका है. पुलिस वजह का पता लगाने में जुटी है. बता दें कि लक्ष्मण का इलाज न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर अनिल कुमार की यूनिट में चल रहा था.
मरीज मानसिक रूप से बीमार थाः जानकारी के अनुसार मरीज लक्ष्मण राम मानसिक रूप से बीमार था और उसका इलाज रिम्स के न्यूरोलॉजी विभाग में चल रहा था. बताया जाता है कि थोड़ी देर के लिए मरीज के परिजन बाथरूम गए थे. वापस आकर देखा तो मरीज लक्ष्मण राम ने अपनी इहलीला समाप्त कर ली थी.
19 मई से न्यूरो वार्ड में भर्ती हुआ था मरीज, 22 मई को की खुदकुशीः इस संबंध में रिम्स के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि लक्ष्मण राम नाम का मरीज 19 मई को डॉक्टर अनिल कुमार के यूनिट में भर्ती हुआ था. उसे हेड इंजरी थी. मरीज को रिम्स के न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया. पिछले तीन दिनों से मरीज का इलाज डॉक्टर की निगरानी में चल रहा था, लेकिन अचानक 22 मई की अहले सुबह मरीज ने आत्महत्या कर ली.
पूरे घटना क्रम की होगी जांच, लापरवाही मिली तो होगी कार्रवाईः डॉ राजीव रंजन ने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है. सोमवार अहले सुबह की घटना है. ऐसे समय में अस्पताल में सुरक्षाकर्मी और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या कम होती है. क्योंकि देर रात सिर्फ इमरजेंसी के मरीजों के लिए सुविधा मुहैया कराई जाती है. इसलिए मरीज पर सुरक्षाकर्मियों की नजर नहीं पड़ी. उन्होंने कहा कि जांच में यदि सुरक्षा में चूक पाया गया तो संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण होगा स्पष्ट: जनसंपर्क अधिकारी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मरीज किस मनोदशा में था और किस समस्या की वजह से उसने खुदकुशी की है.
लोहरदगा से मरीज को किया गया था रिम्स रेफर: परिजनों ने बताया कि पहले भी लक्ष्मण राम छत पर से गिर चुका है. जिस वजह से उसके सिर में गहरी चोट भी आई थी. चोट की वजह से वह मानसिक रूप से थोड़ा बीमार हो गया था. इसलिए उसका लोहरदगा में इलाज करा रहे थे, लेकिन लोहरदगा के चिकित्सकों ने 19 मई को रिम्स रेफर कर दिया था. जिसके बाद परिजन अपने मरीज को लेकर रिम्स आ गए थे.
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लक्ष्मण घर का अकेला कमाऊ सदस्य थाः परिजनों ने बताया कि मृतक लक्ष्मण राम घर में अकेला कमाने वाला सदस्य था. उसके तीन बच्चे हैं जो पढ़ाई कर रहे हैं. मृतक के परिजनों ने बताया कि लक्ष्मण राम की मौत के बाद उनके घर में कमाने वाला अब कोई नहीं है. अभी सारे बच्चे छोटे हैं. ऐसे में बच्चों का पालन-पोषण करना परिवार के लिए चुनौती होगी. लक्ष्मण राम की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.