रांची: कुछ माह पहले एक सर्वे के अनुसार रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट (Birsa Munda Airport Ranchi) को यात्रियों को सुविधा देने के मामले में पूर्वोत्तर भारत का पहला और पूरे देश का दूसरा एयरपोर्ट माना गया था. लेकिन रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट का ईटीवी भारत की टीम ने जब जायजा लिया और एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों से बात की तो यात्रियों ने अभी भी रांची के एयरपोर्ट पर कई आवश्यकताएं बताते हुए उन सुविधाओं की मांग करते नजर आए.
कुछ दिन पहले रांची के एयरपोर्ट पर यात्रियों के परेशान होने का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें देखा गया था कि जैसे ही आंधी तूफान आया वैसे ही एयरपोर्ट के बाहर अपने विमान का इंतजार कर रहे यात्री पूरी तरह से बारिश में भीग गए. यात्रियों ने बताया कि अभी भी सुविधा के मामले में कई कमियां हैं. जैसे चेकिंग के समय यात्रियों को अपना सामान लेकर जाने में काफी समय लगता है तो वहीं बाहर आने के बाद भी उन्हें अपना लगेज ससमय नहीं मिल पाता.
जमशेदपुर से आए एक यात्री ने बताया कि सुविधा को देखने के बाद देश का दूसरा और पूर्वोत्तर भारत का पहला एयरपोर्ट में नाम आना कहीं से भी जायज नहीं होगा. क्योंकि अभी-भी एयरपोर्ट पर पार्किंग स्लॉट की बड़ी समस्या बनी हुई है. सिर्फ एयरपोर्ट के बाहर ही नहीं बल्कि प्लेन पार्किंग की भी समस्या रनवे पर देखने को मिलती है. कई बार प्लेन समय पर रांची पहुंच जाते हैं लेकिन उन्हें लैंड करने में समय लग जाता है क्योंकि पार्किंग स्लॉट खाली नहीं रहता है.
इसके अलावा भी कई तरह की समस्याएं बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर देखने को मिली जिसका यात्रियों ने वर्णन किया है. ईटीवी भारत की टीम में जब यात्रियों से बात की तो सभी यात्रियों ने कहा कि रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट अभी बेहतर नहीं बन पाए हैं. इसमें और भी कई तरह की सुविधाओं की आवश्यकता है अगर यह सब सुविधाएं बहाल हो जाती है तो आने वाले समय में यह देश का सर्वोत्तम एयरपोर्ट के रूप में देखा जा सकता है.
सुरक्षा की दृष्टिकोण से बात करें तो एयरपोर्ट के अंदर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं. सीआईएसएफ के जवान एयरपोर्ट के अंदर एक एक यात्री को जांच करने के बाद ही प्रवेश करने देते हैं. लेकिन एयरपोर्ट के बाहर निकलते ही सुरक्षा राम भरोसे है. क्योंकि एयरपोर्ट के बाहर जो भी गाड़ियां लगी रहती है वह निजी स्तर पर चलती हैं. जबकि एयरपोर्ट प्रबंधन की निगरानी में गाड़ियां चलती तो यात्रियों की सुरक्षा और भी ज्यादा सुनिश्चित हो पाती.
वहीं जल जमाव की भी समस्या एयरपोर्ट पर आए दिन देखने को मिलती है. हल्की बारिश होते ही एयरपोर्ट के डिपार्चर (DEPARTURE) और अराइवल (ARRIVAL) गेट के सामने पानी जमा हो जाता है. इस वजह से यात्रियों को आने-जाने में भी कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
हालांकि पिछले दिन हुए सलाहकार समिति की बैठक ने यह तय किया गया है कि जल्द ही बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर एयर ब्रिज बनाए जाएंगे, जिससे यात्री सीधे विमान तक पहुंच पाएंगे. वहीं किसानों को लाभ देने के लिए एयरपोर्ट पर कोल्ड स्टोरेज भी बनाए जाएंगे ताकि रांची और झारखंड के विभिन्न जिलों से फल और सब्जियां को हवाई मार्ग के माध्यम से समय पर दूसरे राज्य में भेजा जा सकेंगे.