रांची: राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. इसे देखते हुए राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की घोषणा की गई है, जिसके अंतर्गत 22 से 29 अप्रैल तक पूरे राज्य में सिर्फ जरूरी संस्थान एवं प्रतिष्ठान ही खोले जाएंगे.
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वहीं परिवहन को लेकर किसी तरह की कोई रोक नहीं लगाई गई है जिस वजह से झारखंड पहुंचने वाले लोग राजधानी रांची पहुंच रहे हैं लेकिन रांची पहुंचने के बाद लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
खास करके राजधानी के बस स्टैंड पर जो लोग दूसरे राज्यों एवं जिलों से रांची पहुंच रहे हैं. उन्हें बस स्टैंड पर जरूरी कार्यों के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. विशेषकर बाहर से आने वाले यात्रियों एवं स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारियों को भोजन मुहैया नहीं हो पा रहा है. इसकी मुख्य वजह यह है कि स्टैंड के सभी होटल बंद हैं और लोग खाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं.
यात्री भूखे रहने को मजबूर
राउरकेला से आए एक यात्री ने बताया कि वह देर रात 1:00 बजे ही रांची पहुंच गए थे लेकिन सुबह से लेकर अभी तक खाने की एक भी दुकान नहीं खुली हैं जिस वजह से वह भूखे रहने को मजबूर हैं.
वहीं बस स्टैंड पर मौजूद बस चालक कल्याण संघ के सचिव बजरंगी सिंह ने बताया कि राज्य में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का चालक संघ स्वागत करता है लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत होते ही जिस तरह से स्टैंड पर सन्नाटा छा गया है, इससे परेशानी उत्पन्न हो रही है क्योंकि एक भी होटल नहीं खुले हैं और जो चालक बस लेकर रांची पहुंच रहे हैं उन्हें भोजन मुहैया नहीं हो पा रहा है.
परिवहन व्यवस्था हो रही प्रभावित
वे भोजन के लिए लगातार जद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन उन्हें भोजन नहीं मिल पा रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि अगर इसी तरह की स्थिति रही तो परिवहन व्यवस्था भी ठप पड़ जाएगी क्योंकि बस चालकों के लिए स्टैंड पर भोजन का इंतजाम बेहद जरूरी है तभी परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से परिचालित हो पाएगा.
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उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई कि स्टैंड पर तीन से चार होटलों को संचालित करने की अनुमति दी जाए, ताकि बाहर से आने वाले चालक और उप चालक आराम से भोजन कर सकें.
अब सवाल ये उठता है कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन ही जिस तरह से परेशानी उत्पन्न हो रही है, ऐसे में परिवहन व्यवस्था ठप हो सकती है इसीलिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे, ताकि परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोग प्रभावित ना हो सकें.
राज्य सरकार द्वारा भी यह स्पष्ट किया जा चुका है कि जो लोग जरूरी कार्यों से बाहर जाएंगे उनकी उनके लिए व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से जरूरी व्यवस्थाएं भी ठप होती नजर आ रहीं हैं.