रांची: पटना में 13 जुलाई को भाजपा कार्यकर्ताओं पर की गई लाठीचार्ज का विरोध करते हुए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को संयोजक बनाया गया है. चार सदस्यीय टीम में सांसद मनोज तिवारी, सांसद बीडी राम और सांसद सुनीता दुग्गल को शामिल किया गया है.
यह टीम शनिवार को घटनास्थल का दौरा करेगी. रघुवर दास ने बताया है कि पटना में 13 जुलाई को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बर्बर तरीके लाठियां चलाई गईं. इसकी वजह से भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की जान चली गई. पटना रवाना होने से पहले उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट को पार्टी अध्यक्ष को सौंपा जाएगा.
दरअसल, शिक्षक नियुक्ति, शिक्षकों से जुड़े अन्य मुद्दे और दस लाख नौकरी का वादा पूरा नहीं करने के खिलाफ भाजपा ने जोरदार तरीके से विधानसभा मार्च किया था. गांधी मैदान से मार्च निकाला गया था. लेकिन डाकबंग्ला चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. भीड़ के हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी. इससे जुड़ा कई विजुअल सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल भी हुआ. भाजपा नेताओं का आरोप है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद बर्बर कार्रवाई की गई.
लाठीचार्ज की वजह से जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह जख्मी हो गये थे. उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया लेकिन आधे घंटे के भीतर उनकी मौत हो गई. इस कांड के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, विधान पार्षद शहनवाज हुसैन, सांसद सुशील कुमार सिंह, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत 59 भाजपा नेताओं को नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
हालांकि विजय कुमार सिंह के निधन पर प्रशासन की ओर से बताया गया कि वह छज्जुबाग के पास अचेतावस्था में पाए गये थे. उनको किसी तरह की चोट नहीं लगी थी. पटना में हुए लाठीचार्ज के दौरान भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, अशोक यादव, अमरेंद्र प्रताप सिंह समेत कई नेता घायल हुए थे. सबसे पहले डाकबंगला चौक पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और बैरिकेडिंग के पास जुलूस के पहुंचने पर हुई धक्का मुक्की के बाद जमकर लाठीचार्ज किया गया.