रांची: राज्य में कार्यरत लगभग 65 हजार पारा शिक्षक स्थायीकरण की मांग को लेकर पिछले कई महीनों से कर रहे आंदोलन को स्थगित कर दिया है. जिसके बाद पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर 12 सितंबर को प्रभात तारा मैदान में आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.
पारा शिक्षकों का आंदोलन स्थगित
झारखंड के पारा शिक्षकों द्वारा पिछले कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर रांची और राज्य के कई जगहों में आंदोलन किया जा रहा था. इस दौरान पारा शिक्षकों ने निर्णय लिया था कि आगामी 12 सितंबर को रांची के प्रभात तारा में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी मांगों के संबंध में अवगत कराएंगे. इस दौरान सभी शिक्षकों ने फैसला किया था कि हाथों में तिरंगा लेकर प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार लगाएंगे.
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प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं देंगे दखल
आंदोलित शिक्षकों ने दावा किया था कि 65 हजार पारा शिक्षक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उनसे न्याय की गुहार लगाएंगे. हालांकि, उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के साथ हुई वार्ता के बाद पारा शिक्षकों ने अपना आंदोलन फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बाधा नहीं डालने का ऐलान किया है.
पारा शिक्षकों द्वारा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अपनी मांगों को लेकर पहुंचने का जैसे ही प्रशासनिक महकमे को इस आंदोलन की घोषणा का पता चला, वैसे ही सभी अधिकारी पारा शिक्षकों के आंदोलन को स्थगित कराने में जुट गए. जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल ने मंगलवार को पारा शिक्षकों से उच्च स्तरीय बैठक कर उन्हें मनाने में सफल रहे. वहीं, प्रधान सचिव ने सभी पारा शिक्षकों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनके तमाम मांगों को मान लिया जाएगा.