रांची: वेतनमान की मांग को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे पारा शिक्षकों ने मंगलवार तीन अक्टूबर को सत्तारुढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय का घेराव किया. हरमू स्थित झारखंड मुक्ति मोर्चा के कैंप कार्यालय पहुंचे पारा शिक्षकों का गुस्सा तब बढ़ गया, जब उन्हें कार्यालय के अंदर से बाहर निकाल दिया गया.
बारिश होने की दुहाई देते रहे पारा शिक्षकः बारिश की वजह से कार्यालय के अंदर बैठे पारा शिक्षकों को झामुमो नेता विनोद पांडे के आते ही पुलिस भी पहुंच गई और पारा शिक्षकों को कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कहा. इस दौरान आंदोलनरत सहायक अध्यापक बारिश होने की दुहाई देते रहे, इसके बाबजूद उन्हें कार्यालय से बाहर जाने को कहा गया. झामुमो नेता के इस रूख से पारा शिक्षकों में खासा नाराजगी है. पारा शिक्षकों ने इसको लेकर सरकार और झामुमो नेताओं को जमकर खरीखोटी सुनाई.
आंदोलन की सूचना पर बनी रही उलझनः पारा शिक्षकों का कहना था कि झामुमो कार्यालय में आंदोलन को लेकर पूर्व में सूचना दी गई थी. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार पारा शिक्षक झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने वाले थे, लेकिन बारिश की वजह से कार्यालय के अंदर चले गए थे, लेकिन इस तरह से पारा शिक्षकों को कार्यालय से बाहर निकालना कहीं से उचित नहीं है. इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता विनोद पांडे ने सफाई देते हुए कहा कि जेएमएम कार्यालय को किसी तरह की सूचना पूर्व में नहीं दी गई थी. जिस तरह से कार्यालय में बगैर अनुमति के आंदोलनकारी पारा शिक्षक पहुंच गए थे, यह कहीं से भी उचित नहीं है.
झामुमो नेता विनोद पांडे ने कहा कि बगैर अनुमति आने के बावजूद हम लोगों ने पारा शिक्षकों के पांच सदस्यीय शिष्टमंडल को बातचीत के लिए बुलाया, ताकि उनकी मांगों को जान सकें और सरकार को जानकारी दी जा सके. लेकिन वह नहीं आए. बहरहाल, पारा शिक्षकों के आंदोलन और उनकी मांगों को देखते हुए मंगलवार को झारखंड शिक्षा परियोजना में बैठक बुलाई गई है. जिससे उम्मीद लगायी जा रही है कि बीच का रास्ता कोई निकले.