रांची: हेमंत सोरेन सरकार के 04 साल पूरा होने पर 29 दिसंबर को मोरहाबादी मैदान में सरकारी कार्यक्रम होगा. जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक और अधिकारी स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में सरकार अपनी उपलब्धियों का गुणगान करेगी. वहीं, कई योजनाओं का शुभारंभ भी इस दिन होगा. इन सबके बीच मोरहाबादी मैदान के बाहर 29 दिसंबर को राज्य के आंदोलित पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों ने नंग-धड़ंग प्रदर्शन और आत्मदाह तक की योजना बना रखी है.
क्या है पंचायत स्वयंसेवकों के आंदोलन की रूपरेखा: रांची के अनुमंडल अधिकारी को दी गयी जानकारी के अनुसार राजभवन के धरनास्थल से दोपहर 01 बजे पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का जत्था जुलूस की शक्ल में मोरहाबादी मैदान के लिए निकलेगा. आत्मदाह और नंग-धड़ंग प्रदर्शन के लिए इन पंचायत स्वयंसेवकों ने अलग-अलग रास्ते से मोराबादी मैदान पहुंचने की योजना बना रखी है.
ये है पंचायत स्वयंसेवकों की पांच सूत्री मांग
- मुख्यमंत्री पंचायत स्वयंसेवकों के साथ वार्ता करें.
- पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का पंचायती राज विभाग में समायोजन किया जाए.
- पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की सेवा स्थायी की जाए.
- पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का नाम बदल कर पंचायत सहायक किया जाए.
- अन्य मांगें पूरी होने तक उचित मानदेय दिया जाए.
6 महीने से राजभवन के समक्ष कर रहे हैं प्रदर्शन: अपनी मांगों के समर्थन में राज्य के पंचायत स्वयंसेवक 176 दिन से राजभवन के समक्ष लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. 21 दिसंबर को विधानसभा घेराव के दौरान उनपर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया था. पंचायत स्वयंसेवकों ने अपनी मांगों के समर्थन में सभी सत्ताधारी दलों के प्रदेश कार्यालय का घेराव के साथ-साथ कई मंत्रियों के आवास का घेराव भी किया था. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होता देख विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरण विधानसभा का घेराव किया था. इस दौरान उन पर पुलिस ने लाठियां भी चलाई थी. ऐसे में अब हेमंत सरकार के स्थापना दिवस के दिन नंग-धड़ंग प्रदर्शन और आत्मदाह की योजना बनाई है.
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