रांचीः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर देश भर में देखने को मिल रहा है. ऐसे में दिसंबर में होने वाले झारखंड पंचायत चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाई जा सकती है. कोरोना संक्रमण के बीच निर्वाचन की तैयारियां मुकम्मल नहीं है. लिहाजा सरकार की कोशिश है कि चुनाव को 6 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाए.
पंचायत चुनाव को ग्रहण झारखंड में पंचायत चुनाव पर ग्रहण लग सकता है. चुनाव दिसंबर माह में प्रस्तावित है और इसकी प्रक्रिया को पूरा करने में कम से कम 6 माह का समय लगता है ,जबकि कोरोना संक्रमण की वजह से अभी इसकी प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है.
ऐसे में पंचायत चुनाव करवाना संभव नहीं लग रहा है. पंचायत चुनाव में पंचायत प्रतिनिधि, मुखिया और जिला परिषद के सदस्यों का चुनाव होना है. इसके बाद जिला परिषद के चेयरमैन, उप चेयरमैन प्रमुख सहित अन्य चुनाव की प्रक्रिया है. राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार मौजूदा स्थिति को देखते हुए मार्च 2021 तक भी चुनाव कराना संभव नहीं लग रहा है.
कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो पाएगी. विकास कार्य होंगे प्रभावित वहीं अगर समय पर पंचायत चुनाव पूरा नहीं होता है तो वार्ड सदस्यों से लेकर सभी का पावर खत्म हो जाएगा. ऐसे में अधिकारियों और प्रखंड स्तर पर विकास कार्य को किया जाएगा. इसलिए वार्ड या ग्राम स्तर पर विकास योजनाओं का चयन करने में भी काफी देर लगेगी ,जिसकी वजह से विकास की रफ्तार थमने के आसार हैं.
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राज्य निर्वाचन आयुक्त का पद झारखंड में एनएन पांडे के जाने के बाद अभी भी खाली है. ऐसे में राज्य निर्वाचन में ऐसा कोई भी सक्षम पदाधिकारी नहीं है जो पंचायत चुनाव को लेकर कोई ठोस जानकारी दे सकें.
मैसेज वायरल होने से मची अफरा-तफरी
इसी बीच बुधवार को सोशल मीडिया के एक ग्रुप में पंचायत चुनाव की तिथियां घोषित करने को लेकर एक फर्जी खबर चल रही है. मैसेज वायरल होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों में भी खलबली मच गई. जांच करने पर यह मालूम हुआ कि पिछले चुनाव की तिथि को ही इस साल की तिथि बनाकर किसी ने वायरल कर दिया है.