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RIMS में शुरू होगा ऑर्गन ट्रांसप्लांट, देश का 12वां अंग प्रत्यारोपण केंद्र बनेगा रिम्स - organ transplant in rims

झारखंड के लोगों को ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराने के लिए अब दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा. रिम्स में जल्द ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होगी. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अंगदान के लिए अभियान चलाया जाएगा और इसके लिए रिम्स में अलग से स्टाफ की भी नियुक्ति होगी.

organ transplant in jharkhand
रांची रिम्स में होगा ऑर्गन ट्रांसप्लांट
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Published : Sep 4, 2021, 10:31 AM IST

रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होगी. इसके साथ ही रिम्स देश का 12वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट केंद्र बन जाएगा. शुक्रवार को न्यू ट्रामा सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण मानव के कई अंग प्रभावित हुए हैं. जिसकी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या मरीजों में लगातार देखी जा रही है. इस समस्या से निजात पाने के लिए अंगदान ही एकमात्र उपाय है. खराब अंग रिप्लेस किया जा सकता है और इंसान द्वारा दान किए गए अंग से मरीज का इलाज किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंग दान करें ताकि वह किसी और के काम आ सके.

रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि कोरोना की वजह से अंग दान करने वाले लोगों की संख्या कम हुई है. इसलिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंगदान के लिए आगे आएं क्योंकि मानव अंग बनाया नहीं जा सकता. उसे दान से ही पूरा किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: हरियाणा से गुवाहाटी ले जाए जा रहे च्यवनप्राश को ड्राइवर ने लगाया ठिकाने, कॉल डिटेल्स से पुलिस पहुंची धनबाद

जल्द होगी किडनी ट्रांसप्लांट की शुरुआत

किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत जल्द होने जा रही है. इसको लेकर सर्जन की आवश्यकता है जिसकी नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही डायलिसिस की व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. टेंडर के जरिए इस व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है. उसके बाद ट्रांसप्लांट की व्यवस्था को भी मजबूत कर दिया जाएगा.

डॉ. कामेश्वर प्रसाद, निदेशक, रिम्स.

स्वास्थ्यकर्मियों की होगी नियुक्ति

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद डिपार्टमेंट ऑफ एनाटोमी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच एमओयू हुआ है. कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ लेकिन इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. इसको लेकर स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रिम्स की वेबसाइट पर अंगदान को लेकर प्रतिज्ञा फॉर्म उपलब्ध है. दान करने वाले इच्छुक लोग अपने परिजनों से बात कर अंग दान के इस फॉर्म को आसानी से भर सकते हैं.

लोगों की भ्रांतियां दूर करने के लिए चलेगा जागरुकता अभियान

निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि अंगदान को लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां हैं. इस भ्रांति को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. अंग दान महादान के नारे के साथ लोगों के बीच जानकारी दी जाएगी. शहर के विभिन्न हिस्सों में होर्डिंग भी लगाया जाएगा ताकि आने वाले समय में रिम्स में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की शुरुआत होने के बाद लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

40 वर्षों से संचालित हो रहा है आई बैंक

रिम्स में नेत्र प्रत्यारोपण और प्लास्टिक सर्जरी की व्यवस्था है. इसको लेकर निदेशक ने कहा कि 25 अगस्त से 8 सितंबर के बीच नेत्रदान पखवाड़ा चल रहा है. नेत्र विभाग ने जागरुकता मार्च भी निकाला है. उन्होंने कहा कि देश में तीन करोड़ से ज्यादा लोग नेत्रहीन हैं जिसमें 60% लोग कॉर्निया के कारण नेत्रहीन हो गए हैं. कॉर्निया में सफेदी आने के कारण भी लोग नेत्रहीन होते हैं. रिम्स में पिछले 40 साल से आई बैंक संचालित हो रहा है और यह आई बैंक निरंतर नेत्र प्रत्यारोपण पर काम भी कर रहा है.

जन औषधि केंद्र में एक सप्ताह के अंदर मिलने लगेंगी सारी दवाएं

रिम्स निदेशक ने बताया कि जन औषधि केंद्र का टेंडर शनिवार तक फाइनल कर लिया जाएगा. जिसके बाद यहां पर हर तरह की दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी. फिलहाल सदर में दवा सप्लाई करने वाली कंपनी से रिम्स में दवा मंगाई जा रही है जो पर्याप्त नहीं है. लेकिन टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिस कंपनी को इसका जिम्मा दिया जाएगा उसमें सभी दवाइयों को रखने का निर्देश जारी किया गया है.

इन विभागों में भी ट्रांसप्लांट की होगी सुविधा-

बता दें कि रिम्स में जल्द ही किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद लीवर ट्रांसप्लांट, लंग्स ट्रांसप्लांट, पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट के साथ-साथ अन्य ऑर्गन ट्रांसप्लांट की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी.

वर्तमान में लोगों को ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए बाहर के राज्यों में जाना पड़ता है लेकिन जल्द ही रिम्स में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की व्यवस्था शुरू हो जाएगी जिसके बाद लोग अपने राज्य में जल्द ही इस सुविधा को पा सकेंगे. बता दें कि कुछ महीने पहले ही राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को कोरोना की वजह से लंग्स ट्रांसप्लांट कराने के लिए चेन्नई जाना पड़ा था.

रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होगी. इसके साथ ही रिम्स देश का 12वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट केंद्र बन जाएगा. शुक्रवार को न्यू ट्रामा सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण मानव के कई अंग प्रभावित हुए हैं. जिसकी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या मरीजों में लगातार देखी जा रही है. इस समस्या से निजात पाने के लिए अंगदान ही एकमात्र उपाय है. खराब अंग रिप्लेस किया जा सकता है और इंसान द्वारा दान किए गए अंग से मरीज का इलाज किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंग दान करें ताकि वह किसी और के काम आ सके.

रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि कोरोना की वजह से अंग दान करने वाले लोगों की संख्या कम हुई है. इसलिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अंगदान के लिए आगे आएं क्योंकि मानव अंग बनाया नहीं जा सकता. उसे दान से ही पूरा किया जा सकता है.

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जल्द होगी किडनी ट्रांसप्लांट की शुरुआत

किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत जल्द होने जा रही है. इसको लेकर सर्जन की आवश्यकता है जिसकी नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही डायलिसिस की व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. टेंडर के जरिए इस व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है. उसके बाद ट्रांसप्लांट की व्यवस्था को भी मजबूत कर दिया जाएगा.

डॉ. कामेश्वर प्रसाद, निदेशक, रिम्स.

स्वास्थ्यकर्मियों की होगी नियुक्ति

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद डिपार्टमेंट ऑफ एनाटोमी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि किडनी प्रत्यारोपण की शुरुआत को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच एमओयू हुआ है. कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ लेकिन इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा. इसको लेकर स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रिम्स की वेबसाइट पर अंगदान को लेकर प्रतिज्ञा फॉर्म उपलब्ध है. दान करने वाले इच्छुक लोग अपने परिजनों से बात कर अंग दान के इस फॉर्म को आसानी से भर सकते हैं.

लोगों की भ्रांतियां दूर करने के लिए चलेगा जागरुकता अभियान

निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि अंगदान को लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां हैं. इस भ्रांति को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. अंग दान महादान के नारे के साथ लोगों के बीच जानकारी दी जाएगी. शहर के विभिन्न हिस्सों में होर्डिंग भी लगाया जाएगा ताकि आने वाले समय में रिम्स में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की शुरुआत होने के बाद लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

40 वर्षों से संचालित हो रहा है आई बैंक

रिम्स में नेत्र प्रत्यारोपण और प्लास्टिक सर्जरी की व्यवस्था है. इसको लेकर निदेशक ने कहा कि 25 अगस्त से 8 सितंबर के बीच नेत्रदान पखवाड़ा चल रहा है. नेत्र विभाग ने जागरुकता मार्च भी निकाला है. उन्होंने कहा कि देश में तीन करोड़ से ज्यादा लोग नेत्रहीन हैं जिसमें 60% लोग कॉर्निया के कारण नेत्रहीन हो गए हैं. कॉर्निया में सफेदी आने के कारण भी लोग नेत्रहीन होते हैं. रिम्स में पिछले 40 साल से आई बैंक संचालित हो रहा है और यह आई बैंक निरंतर नेत्र प्रत्यारोपण पर काम भी कर रहा है.

जन औषधि केंद्र में एक सप्ताह के अंदर मिलने लगेंगी सारी दवाएं

रिम्स निदेशक ने बताया कि जन औषधि केंद्र का टेंडर शनिवार तक फाइनल कर लिया जाएगा. जिसके बाद यहां पर हर तरह की दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी. फिलहाल सदर में दवा सप्लाई करने वाली कंपनी से रिम्स में दवा मंगाई जा रही है जो पर्याप्त नहीं है. लेकिन टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिस कंपनी को इसका जिम्मा दिया जाएगा उसमें सभी दवाइयों को रखने का निर्देश जारी किया गया है.

इन विभागों में भी ट्रांसप्लांट की होगी सुविधा-

बता दें कि रिम्स में जल्द ही किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने के बाद लीवर ट्रांसप्लांट, लंग्स ट्रांसप्लांट, पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट के साथ-साथ अन्य ऑर्गन ट्रांसप्लांट की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी.

वर्तमान में लोगों को ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए बाहर के राज्यों में जाना पड़ता है लेकिन जल्द ही रिम्स में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की व्यवस्था शुरू हो जाएगी जिसके बाद लोग अपने राज्य में जल्द ही इस सुविधा को पा सकेंगे. बता दें कि कुछ महीने पहले ही राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को कोरोना की वजह से लंग्स ट्रांसप्लांट कराने के लिए चेन्नई जाना पड़ा था.

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