रांची: झारखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है. शीतलहर चल रही है. जनजीवन प्रभावित हुआ है. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा सुबह के वक्त स्कूल जाने वाले बच्चों को उठानी पड़ रही है. मौसम की मार को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने 26 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सभी सरकारी, गैर सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है.
अपने आदेश में विभाग ने कहा है कि माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10वीं से 12वीं तक की कक्षा का संचालन करने की छूट होगी. इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करना है. कड़ाके की ठंड को देखते हुए कई निजी स्कूलों के प्रबंधन ने 21 दिसंबर से ही स्कूलों को बंद कर दिया है.
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक चतरा में सबसे कम 5.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ है. इसके बाद गुमला में 5.3 डिग्री सेल्सियस, पश्चिमी सिंहभूम में 6.3 डिग्री, पलामू में 6.4 डिग्री, सिमडेगा में 6.6 डिग्री, गढ़वा में 6.6 डिग्री, खूंटी में 6.7 डिग्री, लातेहार में 6.7 डिग्री, लोहरदगा में 7.6 डिग्री, रामगढ़ में 8.5 डिग्री, हजारीबाग में 8.9 डिग्री, जामताड़ा में 9.1 डिग्री और गोड्डा में 9.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान होने की वजह से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है. लिहाजा राज्य के 24 में 12 जिलों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा चुका है.
प्रमुख शहरों की बात करें तो अगले 25 दिसंबर तक रांची में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री, धनबाद में 10 डिग्री, जमशेदपुर मं 10 डिग्री, बोकारो में 10 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. इस दौरान सुबह के वक्त कोहरा या धुंध और बाद में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है. इससे साफ है कि नववर्ष के स्वागत तक कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. राहत की बात यह है कि अभी भी ज्यादातर जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अच्छा गैप है. इसकी वजह से सिर्फ सुबह और रात के वक्त ज्यादा ठंड महसूस होती है. ऐसे समय में सर्दी से बचने के तमाम उपाय की सलाह दी गई है.
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