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किसानों के समर्थन में वाम दलों की रैली आज, कांग्रेस का किसानों के दिल्ली कूच को समर्थन - वाम दलों का रैली का ऐलान

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को झारखंड के कई दलों ने अपना समर्थन दे दिया है. इसको लेकर मंगलवार को वामदलों ने रैली निकालने का ऐलान किया है तो झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.

Opposition parties support in Jharkhand for farmers' movement in Delhi
किसानों के समर्थन में वाम दलों का रैली का ऐलान
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Published : Jan 25, 2021, 10:17 PM IST

Updated : Jan 26, 2021, 7:32 AM IST

रांची: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को झारखंड के कई दलों ने अपना समर्थन दे दिया है. इसको लेकर मंगलवार को वामदलों ने रैली निकालने का ऐलान किया है तो झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने सोमवार को कहा कि ट्रैक्टर रैली केंद्र सरकार के पतन में बनेगी अंतिम कील बनेगी. इधर राजनीतिक दलों के प्रदर्शन की सुगबुगाहट के मद्देनजर रांची पुलिस ने राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि उन्हें गणतंत्र दिवस पर किसी प्रस्तावित आंदोलन की जानकारी नहीं है.

देखें पूरी खबर

कानून वापस लेने तक प्रदर्शनः वाम दल

बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ रांची में वामदलों का 21 जनवरी से ही प्रदर्शन जारी है. इसी को लेकर सोमवार को भी राजभवन के समक्ष किसान आंदोलन के समर्थन में वाम दलों ने प्रदर्शन किया. इधर राज भवन के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे भाकपा नेता अजय सिंह ने बताया कि किसानों के पक्ष में वे 30 जनवरी तक प्रदर्शन करते रहेंगे.
वहीं भाकपा माले नेता भुवनेश्वर केवट ने बताया कि किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए 26 जनवरी को दोपहर 1 बजे सभी वाम दल राजधानी के राजेंद्र चौक से मोरहाबादी मैदान तक मोटरसाइकिल रैली निकालेंगे. साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों में ट्रैक्टर रैली निकालकर केंद्र सरकार के कृषि कानून का विरोध करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि 30 जनवरी के बाद भी वाम दलों का विरोध प्रदर्शन मोरहाबादी के बापू वाटिका के समक्ष किया जाएगा. आगे की रणनीति तैयार कर यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार अपने इस काले कानून को वापस नहीं लेती.

ये भी पढ़ें-बोकारो के चार पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पदक, गणतंत्र दिवस के मौके पर होंगे सम्मानित

किसानों का दिल्ली कूच सरकार के पतन में बनेगी अंतिम कीलः कांग्रेस

इधर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने सोमवार को मीडिया से कहा कि किसानों को उनकी पार्टी का पूरा समर्थन है. कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को किसानों का दिल्ली कूच भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पतन में अंतिम कील साबित होगी. इस ट्रैक्टर रैली से केंद्र सरकार के जाने का रास्ता तय हो जाएगा.कांग्रेस प्रवक्ताओं ने मीडिया से कहा कि एक ओर देश के अन्नदाता सड़कों पर हैं, वहीं दूसरी ओर से पेट्रोलियम पदार्थों और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी से आमजन परेशान हैं. इन मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस राज्य की जनता को केंद्र सरकार के खिलाफ गोलबंद करेगी. उन्होंने कहा कि किसान आजीविका की लड़ाई लड़ रहे हैं, पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसानों का निवाला छीनने पर उतारू है.

प्रदर्शन की सुगबुगाहट पर राजधानी में पुलिस सतर्क

इधर राजधानी रांची में प्रदर्शनों की सुगबुगाहट के बीच पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. हालांकि पुलिस का कहना है उन्हें 26 जनवरी को किसी भी विरोध प्रदर्शन की जानकारी नहीं है, लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास योजना तैयार है.

रांची: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को झारखंड के कई दलों ने अपना समर्थन दे दिया है. इसको लेकर मंगलवार को वामदलों ने रैली निकालने का ऐलान किया है तो झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने भी किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने सोमवार को कहा कि ट्रैक्टर रैली केंद्र सरकार के पतन में बनेगी अंतिम कील बनेगी. इधर राजनीतिक दलों के प्रदर्शन की सुगबुगाहट के मद्देनजर रांची पुलिस ने राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि उन्हें गणतंत्र दिवस पर किसी प्रस्तावित आंदोलन की जानकारी नहीं है.

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कानून वापस लेने तक प्रदर्शनः वाम दल

बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ रांची में वामदलों का 21 जनवरी से ही प्रदर्शन जारी है. इसी को लेकर सोमवार को भी राजभवन के समक्ष किसान आंदोलन के समर्थन में वाम दलों ने प्रदर्शन किया. इधर राज भवन के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे भाकपा नेता अजय सिंह ने बताया कि किसानों के पक्ष में वे 30 जनवरी तक प्रदर्शन करते रहेंगे.
वहीं भाकपा माले नेता भुवनेश्वर केवट ने बताया कि किसानों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए 26 जनवरी को दोपहर 1 बजे सभी वाम दल राजधानी के राजेंद्र चौक से मोरहाबादी मैदान तक मोटरसाइकिल रैली निकालेंगे. साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों में ट्रैक्टर रैली निकालकर केंद्र सरकार के कृषि कानून का विरोध करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि 30 जनवरी के बाद भी वाम दलों का विरोध प्रदर्शन मोरहाबादी के बापू वाटिका के समक्ष किया जाएगा. आगे की रणनीति तैयार कर यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार अपने इस काले कानून को वापस नहीं लेती.

ये भी पढ़ें-बोकारो के चार पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पदक, गणतंत्र दिवस के मौके पर होंगे सम्मानित

किसानों का दिल्ली कूच सरकार के पतन में बनेगी अंतिम कीलः कांग्रेस

इधर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने सोमवार को मीडिया से कहा कि किसानों को उनकी पार्टी का पूरा समर्थन है. कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को किसानों का दिल्ली कूच भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पतन में अंतिम कील साबित होगी. इस ट्रैक्टर रैली से केंद्र सरकार के जाने का रास्ता तय हो जाएगा.कांग्रेस प्रवक्ताओं ने मीडिया से कहा कि एक ओर देश के अन्नदाता सड़कों पर हैं, वहीं दूसरी ओर से पेट्रोलियम पदार्थों और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी से आमजन परेशान हैं. इन मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस राज्य की जनता को केंद्र सरकार के खिलाफ गोलबंद करेगी. उन्होंने कहा कि किसान आजीविका की लड़ाई लड़ रहे हैं, पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसानों का निवाला छीनने पर उतारू है.

प्रदर्शन की सुगबुगाहट पर राजधानी में पुलिस सतर्क

इधर राजधानी रांची में प्रदर्शनों की सुगबुगाहट के बीच पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. हालांकि पुलिस का कहना है उन्हें 26 जनवरी को किसी भी विरोध प्रदर्शन की जानकारी नहीं है, लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास योजना तैयार है.

Last Updated : Jan 26, 2021, 7:32 AM IST
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