रांची: 1 से 6 सितंबर तक आयोजित जेईई मेन और 13 सितंबर को नीट की परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी, कोचिंग संचालक और अभिभावक भी चिंता में है. सबसे बड़ी चिंता विद्यार्थी परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचेंगे और किसी हालत में पहुंच भी गए तो आखिर वो ठहरेंगे कहां. परिवहन सेवाएं बंद है. होटल और लॉज भी झारखंड में बंद ही है. ऐसे में झारखंड के विद्यार्थियों के लिए लॉकडाउन के दौरान यह परीक्षा आयोजित होना सबसे बड़ी परेशानी है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट 13 सितंबर को और संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की जा रही है. परीक्षार्थियों और कोचिंग संचालकों की मानें तो उनके लिए इस समय आयोजित यह परीक्षा किसी परेशानी से कम नहीं है. एक अरसे से कोचिंग संस्थान बंद है तो दूसरी ओर कोरोना महामारी का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. तैयारियों की बात करें तो पूरी तरह अब तक तैयारी नहीं हो सकी है. लगातार कोरोना की परेशानी की वजह से जो तैयारी इस एग्जाम के लिए होनी चाहिए वह तैयारी नहीं की जा सकी है.
जेईई मेन परीक्षा के लिए 10 केंद्र
झारखंड में जेईई मेन परीक्षा के लिए 10 केंद्र है. रांची, तुपुदाना, टाटीसिल्वे, हजारीबाग, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद में सेंटर बनाए गए हैं. सुबह 9:30 बजे से 12:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक परीक्षाएं आयोजित होगी. वहीं नीट परीक्षा के लिए 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. रांची में 25 परीक्षा केंद्र हैं. जमशेदपुर, बोकारो में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इसकी परीक्षा दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आयोजित की जाएगी. कहा जा रहा है सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के बचाव के उपायों के साथ परीक्षार्थियों को 2 घंटा पहले परीक्षा हॉल में पहुंचना है. इतनी सारी परेशानियों को लेकर यह परीक्षाएं आयोजित हो रही है. परीक्षार्थियों के साथ-साथ कोचिंग संचालक अभिभावक और विभिन्न विपक्षी दल भी फिलहाल इस परीक्षा का विरोध कर रहे हैं.
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परीक्षार्थी कैसे पहुंचेंगे परीक्षा केंद्र तक
हालांकि परीक्षार्थियों के लिए अभी भी यह परेशानी है कि परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों तक आखिर पहुंचेंगे कैसे, तमाम परिवहन सेवाएं बंद हैं. सभी परीक्षार्थी निजी वाहन से परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच सकते हैं. कई अभिभावकों को यह डर है कि परीक्षार्थी सेंटर तक पंहुच ही नहीं पाएंगे, क्योंकि एग्जाम देने के बाद भी कई परेशानियां हैं. 5:00 बजे एग्जाम समाप्त करने के बाद घर लौटने के लिए परेशानी है. शहर में तमाम होटल बंद है, ऐसे में वह ठहरेंगे कहां. इसे लेकर लगातार इस परीक्षा के विरोध में लगातार मांग राजधानी रांची में उठ रही है.