रांची: शहर में तुपुदाना ओपी क्षेत्र के परमार्थ नगर में रहने वाले सीएमपीडीआई के सेवानिवृत्त कर्मचारी गौरी शंकर प्रसाद ने अपने आवास में आत्महत्या कर ली. मामले की सूनचा मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
मामले को लेकर तुपुदाना ओपी में मृतक के बेटे सूरज कांत प्रसाद ने अपने आवेदन में लिखा है कि उनके पिता गौरी शंकर प्रसाद सीएमपीडीआई में कार्यरत थे, वर्ष 2020 में वे सेवानिवृत्त हो गए थे, सेवानिवृत्ति से मिले 30 लाख रुपयों से वह तो तुपुदाना के परमार्थ नगर में आवास का निर्माण करवा रहे थे, आवास निर्माण के लिए उन्होंने खूंटी निवासी अजय राम को पंद्रह सौ रुपये स्क्वायर फीट पर निर्माण कार्य का ठेका दिया था, इसके लिए उन्होंने चेक के माध्यम से 13 लाख रुपये अजय राम को दिया था, पैसा लेने के बाद अजय राम काम में टालमटोल कर रहा था और काफी कहने के बावजूद भी निर्माण कार्य नहीं कर रहा था, इसके कारण गौरीशंकर प्रसाद डिप्रेशन में थे और अपने परिजनों से बार-बार कहते थे, कि ठेकेदार के कारण ही मेरी जान चली जाएगी.
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जांच में जुटी पुलिस
गौरी शंकर प्रसाद ने बुधवार को अपने रूम में आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी गौरीशंकर प्रसाद के बेटे सूरज कांत ने तुपुदाना ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह को दी, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया. परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर तुपुदाना ओपी में मामला दर्ज किया गया है.