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World Environment Day 2023: पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए लगाए जाएंगे एक लाख पेड़, रांची नगर निगम की तैयारी पूरी - विश्व पर्यावरण दिवस

पर्यावरण दिवस 5 जून को है. इसे लेकर रांची जिला प्रशासन, नगर निगम और वन विभाग ने अपने अपने स्तर से तैयारी कर ली है. इसके तहत रांची में निगम की तरफ से राजधानी को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे. इसके अलावा भी अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं.

one lakh trees will planted by ranchi municipal corporation on world environment day 2023
विश्व पर्यावरण दिवस
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Published : Jun 4, 2023, 4:00 PM IST

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रांची: विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर राजधानी रांची में भी लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन और वन विभाग की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके तहत जिला प्रशासन और वन विभाग की ओर से कई तरह के कार्यक्रम के आयोजन किए गए हैं तो वहीं नगर निगम की तरफ से राजधानी के पर्यावरण और आबोहवा को स्वच्छ रखने के लिए निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बीच पेड़ वितरण कर हर जगह पेड़ लगाने की बात कही जा रही है.

यह भी पढ़ें: रांची के लोगों को 60 हजार रुपए वाली साइकिल भी नहीं आई पसंद, इस्तेमाल नहीं होने से हुई जर्जर

निगम क्षेत्र में लगाएं जाएंगे एक लाख पेड़: रांची के सुंदर वातावरण को फिर से पहले जैसा करने के लिए नगर निगम की तरफ से निगम क्षेत्र में एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे, जिसकी निगरानी निगम के कर्मचारियों और पदाधिकारियों की तरफ से समय समय पर की जाएगी.

राजधानी बनने के बाद रांची का वातावरण हुआ खराब: रांची नगर निगम के उप प्रशासक कुंवर सिंह पाहन बताते हैं कि कुछ वर्ष पहले कि बात करें तो रांची में लोगों को गर्मी का एहसास नहीं होता था. प्रतिदिन झमाझम बारिश होती थी लेकिन वर्तमान समय में रांची का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहता है.

उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण यह है कि राजधानी बनने के बाद रांची में आबादी और वाहनों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हुई है. बाहर से आने वाले लोग जब राजधानी में रहने लगे तो यहां पर उन्होंने अपने लिए पक्के मकान भी बनाना शुरू किया. ऐसे में पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई करनी पड़ी, जिस वजह से अब वातावरण गर्म हो रहा है, खासकर गर्मी के मौसम में लोगों को विशेष परेशानी झेलनी पड़ रही है.

पेड़ लगाने के तीन साल बाद तक किया जाएगा देखभाल: उपनगर आयुक्त ने बताया कि निगम क्षेत्र में जो भी पेड़ लगाए जाएंगे. उन सभी पेड़ों का निरीक्षण निगम के अधिकारी समय-समय पर करेंगे. पेड़ लगाने के तीन साल बाद तक उनका निरीक्षण किया जाना अनिवार्य होगा. लगाए गए सभी पेड़ों में जीपीएस मशीन भी लगेगी, जिसके माध्यम से निगम के अधिकारी पेड़ों की स्थिति को समय समय पर जानते रहेंगे.

जलस्तर बढ़ाने में वृक्षारोपण बहुत जरूरी: इसके अलावा रांची के जलस्रोत और ग्राउंड वाटर के लेवल को ऊपर लाने और उन्हें बेहतर करने के लिए भी पेड़ लगाने की घोर आवश्यकता है. कुंवर सिंह पाहन ने बताया कि वर्तमान में जो राजधानी की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को गर्मी का मौसम आते ही पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है. निगम की तरफ से कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराने के बावजूद भी लोगों को पूरी तरह से पानी उपलब्ध नहीं हो पाता. इन सभी समस्याओं को देखते हुए और विश्व पर्यावरण दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए निगम ने वर्तमान में एक लाख पेड़ लगाने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ें: Dhanbad News: पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति ने बीसीसीएल अधिकारियों को लगाई फटकार, कहा- पानी छिड़काव का रखें ख्याल

पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए निगम वर्षों से कर रहा मेहनत: वहीं नगर निगम के आयुक्त शशि रंजन बताते हैं कि विश्व पर्यावरण दिवस भले ही 5 जून को मनाया जा रहा हो, लेकिन रांची नगर निगम की ये तैयारी कई वर्षों से चल रही है. उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें और स्वच्छ वातावरण के महत्व को समझें.

इसी उद्देश्य के साथ ही निगम के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि लोगों को प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग ना करने के लिए जागरूक करें, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का सही निष्पादन हो, इसके अलावा भी पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए कई आम मुद्दों पर निगम के पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.

अब देखने वाली बात होगी कि निगम की तरफ से लगाए गए पेड़ और उसकी निगरानी करने के लिए उसमें सेट किए गए जीपीएस से पेड़ों का कितना निरीक्षण हो पाता है या यह पेड़ भी सिर्फ कागजों और प्रक्रियाओं को पूरा कर अन्य पेड़ों की तरह मुरझा जाएंगे.

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रांची: विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर राजधानी रांची में भी लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन और वन विभाग की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके तहत जिला प्रशासन और वन विभाग की ओर से कई तरह के कार्यक्रम के आयोजन किए गए हैं तो वहीं नगर निगम की तरफ से राजधानी के पर्यावरण और आबोहवा को स्वच्छ रखने के लिए निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बीच पेड़ वितरण कर हर जगह पेड़ लगाने की बात कही जा रही है.

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निगम क्षेत्र में लगाएं जाएंगे एक लाख पेड़: रांची के सुंदर वातावरण को फिर से पहले जैसा करने के लिए नगर निगम की तरफ से निगम क्षेत्र में एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे, जिसकी निगरानी निगम के कर्मचारियों और पदाधिकारियों की तरफ से समय समय पर की जाएगी.

राजधानी बनने के बाद रांची का वातावरण हुआ खराब: रांची नगर निगम के उप प्रशासक कुंवर सिंह पाहन बताते हैं कि कुछ वर्ष पहले कि बात करें तो रांची में लोगों को गर्मी का एहसास नहीं होता था. प्रतिदिन झमाझम बारिश होती थी लेकिन वर्तमान समय में रांची का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहता है.

उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण यह है कि राजधानी बनने के बाद रांची में आबादी और वाहनों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हुई है. बाहर से आने वाले लोग जब राजधानी में रहने लगे तो यहां पर उन्होंने अपने लिए पक्के मकान भी बनाना शुरू किया. ऐसे में पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई करनी पड़ी, जिस वजह से अब वातावरण गर्म हो रहा है, खासकर गर्मी के मौसम में लोगों को विशेष परेशानी झेलनी पड़ रही है.

पेड़ लगाने के तीन साल बाद तक किया जाएगा देखभाल: उपनगर आयुक्त ने बताया कि निगम क्षेत्र में जो भी पेड़ लगाए जाएंगे. उन सभी पेड़ों का निरीक्षण निगम के अधिकारी समय-समय पर करेंगे. पेड़ लगाने के तीन साल बाद तक उनका निरीक्षण किया जाना अनिवार्य होगा. लगाए गए सभी पेड़ों में जीपीएस मशीन भी लगेगी, जिसके माध्यम से निगम के अधिकारी पेड़ों की स्थिति को समय समय पर जानते रहेंगे.

जलस्तर बढ़ाने में वृक्षारोपण बहुत जरूरी: इसके अलावा रांची के जलस्रोत और ग्राउंड वाटर के लेवल को ऊपर लाने और उन्हें बेहतर करने के लिए भी पेड़ लगाने की घोर आवश्यकता है. कुंवर सिंह पाहन ने बताया कि वर्तमान में जो राजधानी की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को गर्मी का मौसम आते ही पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है. निगम की तरफ से कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराने के बावजूद भी लोगों को पूरी तरह से पानी उपलब्ध नहीं हो पाता. इन सभी समस्याओं को देखते हुए और विश्व पर्यावरण दिवस के उद्देश्य को पूरा करने के लिए निगम ने वर्तमान में एक लाख पेड़ लगाने का निर्णय लिया है.

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पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए निगम वर्षों से कर रहा मेहनत: वहीं नगर निगम के आयुक्त शशि रंजन बताते हैं कि विश्व पर्यावरण दिवस भले ही 5 जून को मनाया जा रहा हो, लेकिन रांची नगर निगम की ये तैयारी कई वर्षों से चल रही है. उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें और स्वच्छ वातावरण के महत्व को समझें.

इसी उद्देश्य के साथ ही निगम के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि लोगों को प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग ना करने के लिए जागरूक करें, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का सही निष्पादन हो, इसके अलावा भी पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए कई आम मुद्दों पर निगम के पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.

अब देखने वाली बात होगी कि निगम की तरफ से लगाए गए पेड़ और उसकी निगरानी करने के लिए उसमें सेट किए गए जीपीएस से पेड़ों का कितना निरीक्षण हो पाता है या यह पेड़ भी सिर्फ कागजों और प्रक्रियाओं को पूरा कर अन्य पेड़ों की तरह मुरझा जाएंगे.

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