रांची: झारखंड में स्थानीय नीति के मामले पर एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के स्थानीय नीति के बयान को लेकर भाजपा ने सवाल उठाए हैं. भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गठबंधन के अन्य दलों से इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. ऐसे में सत्ताधारी दल कांग्रेस का मानना है कि सबकी अपनी-अपनी राय होती है. हालांकि, गठबंधन के सभी दल स्थानीय नीति के मामले में बैठक कर कोई भी फैसला लेंगे क्योंकि यह एक गंभीर मुद्दा है.
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि स्थानीय नीति के मामले पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. जब तक इसको लेकर गठबंधन दल के साथ बैठक नहीं होती है तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता. हालांकि, उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों के हित में कोई भी फैसले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह गंभीर मसला है. ऐसे में जो भी बात होगी महागठबंधन के अंदर होगी और निर्णय सभी दलों के लोग चर्चा करके लेंगे.
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भाजपा का कहना है कि 14 वर्षों के बाद जनता के हित में रघुवर सरकार ने स्थानीय नीति बनाई थी और इसमें सभी दलों से सुझाव भी मांगे गए. लेकिन, अब राज्य की सत्ताधारी पार्टियां इससे दूर भागती नजर आ रही है. सदन में चर्चा का बहिष्कार भी किया और अब फिर से जनता को गुमराह करने में जुट गई हैं.